चप्पल थप्पड़ कांड में नया मोड़, सोनाली फौगाट ने सुल्तान को भेजा 5 करोड़ का मानहानि नोटिस
सोनाली सुल्तान सिंह के बीच हुए चप्पल थप्पड़ प्रकरण में नया मोड़ आया है। सोनाली फौगाट ने सुल्तान सिंह को पांच करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। इसे लेकर जवाब देने के लिए एक महीने का समय दिया गया है।
हिसार, जेएनएन। सोनाली सुल्तान सिंह के बीच हुए चप्पल थप्पड़ प्रकरण में नया मोड़ आया है। सोनाली फौगाट ने सुल्तान सिंह को पांच करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। इसे लेकर जवाब देने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। अब देखना ये होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है। हाल में ही कोर्ट ने सोनाली फौगाट की जमानत को बरकरार रखे जाने का फैसला दिया था और सुल्तान सिंह पक्ष की ओर से लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया गया था। इसके तुरंत बाद अब सोनाली एक्शन में आईं हैं और मानहानि का नोटिस भेजा है।
बता दें कि टिक टॉक स्टार नाम से प्रचलित और आदमपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुकीं सोनाली फौगाट ने जून को मार्केट कमेटी सचिव सुल्तान सिंह को बालसमंद अनाज मंडी में छेड़छाड़ का आरोप लगा चप्पल और थप्पड़ों से पीटा था। इस मामले के दो वीडियो वायरल हुए थे। इसके बाद दोनों ही ओर से मामला दर्ज करवाया गया था। सोनाली फौगाट ने महिला आयोग में जांच के लिए अर्जी लगाई थी। इसके बाद राज्य महिला आयोग अध्यक्ष प्रतिभा सुमन और सदस्य सुमन बेदी टीम समेत जांच के लिए हिसार पहुंची थी।
महिला आयोग के सामने सोनाली फौगाट ने घटना संबंधी दस्तावेज और कुछ अन्य चीजें पेश की थी। इसमें एक ऑडियो भी थी। आरोप लगाया गया कि इस ऑडियो में सोनाली फौगाट के बारे में सुल्तान सिंह ने कुछ आपत्तिजनक बातें बोली हुई थी। महिला आयोग ने यह ऑडियो सुनीं सोनाली फौगाट को अपनी जगह पर सही बताया था। इसके अगले ही दिन सुल्तान सिंह ने महिला आयोग पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें भी अपना पक्ष रखने के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया था।
सुल्तान सिंह इस मामले के देशभर में सुर्खियों में आने के बाद अपनी बीनैन खाप की शरण में पहुंचे थे। बीनैन खाप ने हरियाणा सरकार को सोनाली की गिरफ्तारी को लेकर अल्टीमेटम दिया था। इसके दो दिन बात ही सोनाली फौगाट को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके दो ही घंटे बाद उन्हें जमानत दे दी गई थी। वहीं सुल्तान सिंह के पक्ष के वकील ने कोर्ट में सोनाली की जमानत रद करने की याचिका लगाई हुई थी। इसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।