मनोहर मंशा पर बाबूगीरी का ग्रहण, नींव से भी दूर हड़प्पा पूर्व सभ्यता व संस्कृति के साक्षी कुनाल में साइट म्यूजियम
फतेहाबाद की कुनाल साइट हड़प्पा सभ्यता और संस्कृति की गवाह है। यहां सरकार ने साइट म्यूजियम बनाने की मंशा जाहिर की थी। छह महीने से ज्यादा बीत गए अब तक काम ड्राइंग व एस्टीमेट की औपचारिकताओं में ही उलझा है।
मणिकांत मयंक, फतेहाबाद। सनातन की रक्षा की पृष्ठभूमि वाली भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने धरोहर संरक्षित रखने की मनोहर मंशा जाहिर की थी। तकरीबन छह माह से भी अधिक वक्त बीत गए जब मुख्यमंत्री ने राखीगढ़ी के साथ कुनाल की पुरातात्विक साइट पर संग्रहालय अर्थात म्यूजियम की मंजूरी दे दी।
सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद सात हजार साल पुरानी सभ्यता के सार्वजनिक दर्शन की उम्मीद जगी थी। आस यह कि चेतन-मन ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के कुनाल की साइट पर सात हजार साल पुरानी सभ्यता से रूबरू हो सकेंगे। इस साइट पर संग्रहालय के जरिये तत्कालीन जनजीवन का सटीक विश्लेषण शोधार्थी कर सकेंगे। आमजन भी अपने पूर्वजों का रहन-सहन जान पाएंगे। इस अपेक्षा के साथ कि औपचारिकताओं के पश्चात म्यूजियम इस साल के मध्य अर्थात जून-जुलाई तक ही धरातल पर उतर जाएगा।
काश कि सरकार की मनोहर मंशा को बाबूगीरी का ग्रहण न लगा होता। हालात ये हैं कि अभी साइट म्यूजियम बाबुओं के कागजी घोड़े से उतर नहीं पाया है। निर्माण की अधिकृत एजेंसी अर्थात लोक निर्माण विभाग कहता है कि अभी आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट से ड्राइंग ही आई है। ड्राइंग दूसरी बार आई है राज्य पुरातत्व विभाग से। पुरातत्व विभाग भी मानता है कि ड्राइंग की प्रॉब्लम रही है। लेकिन यह विभाग आश्वस्त है कि साइट पर संग्रहालय जरूर बन जाएगा। लेकिन यह भी सच है कि निर्माण की रफ्तार देख कछुआ भी शर्मसार हो जाए। अनेक सवाल उठ रहे हैं। मसलन सरकार की मंशा धरातल पर उतरने में कितना वक्त लेगी? कब शुरू होगा निर्माण? कब पूरा होगा?
ऐसा होगा संग्रहालय का स्वरूप
- साइट की तरह ही टीलानुमा
- दूर से देखने पर टीले से जुड़ा ही दिखाई देगा
- इसकी छत पैरामीट्रिक होगी
- अवशेष के रूप में मिले सिरैमिक पर उकेरे गए चित्रों से सुसज्जित होगी बाहरी दीवार
- गैलरी में हल्के पीले रंग के पत्थर का फर्श होगा
- वेंटिलेशन आधारित गैलरीज होंगी
- चेन लिंक फेंसिंग से बाउंडरी बनेगी
- गर्मी को संतुलित रखने के लिए हरियाली भी होगी
- रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम और सोलर सिस्टम लगेगा
- प्रवेश द्वार पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का लोगो लगाया जाएगा।
ड्राइंग की प्राब्लम थी, अब सब ठीकः उप-निदेशक
राज्य पुरातत्व विभाग के उप-निदेशक डॉ. बनानी भट्टाचार्य के मुताबिक कुनाल में साइट म्यूजियम राज्य सरकार की प्राथमिकता है। वहां साइट म्यूजियम बनेगा ही। ड्राइंग की प्राब्लम रही थी। अब सब ठीक है। कुछ औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शीघ्र ही टेंडर भी निकाला जाएगा।
निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू होंगे: एक्सईएन
कृष्ण कुमार गोयत, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग ने कहा कि निर्माण की मियाद का तो पता नहीं मुझे। लेकिन हमारे महकमे का काम थोड़ा ही है। कंसल्टेंट से कहा है कि ड्राइंग के अनुरूप ही एस्टीमेट तैयार करें। कुछ औपचारिकताएं तो पूरी करनी ही पड़ती हैं। निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू होंगे। राज्य सरकार के निर्देशों के साथ चलते हुए काम पूरा किया जाएगा।
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