इमरजेंसी में दवाइयों की कमी, सफाई न होने पर स्टेट कमेटी ने लगाई फटकार
जागरण संवाददाता हिसार सिविल अस्पताल में गुरुवार को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की
जागरण संवाददाता, हिसार: सिविल अस्पताल में गुरुवार को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की तीन सदस्यीय स्टेट टीम ने औचक निरीक्षण किया। टीम सदस्य रोहतक के सीएमओ कार्यालय से सलाहकार डा. अर्शप्रीत कौर और कैथल सीएमओ कार्यालय से सलाहकार डा. सुनील और इनफेक्शन कंट्रोल नर्स प्रवीन ने सिविल अस्पताल के 16 विभागों में सफाई व्यवहार से लेकर मरीजों को मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे में जांच की और संबंधित कार्यों से जुड़े लोगों को फटकार भी लगाई गई। गौरतलब है नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस के तहत अस्पताल को विभिन्न मानकों पर परखा जा रहा है। इससे पहले नवंबर महीने में अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया था।
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यह मिली कमियां
टीम सदस्य अर्शप्रीत कौर ने बताया कि हालांकि इंफ्रास्ट्रक्चर में पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है। लेकिन कमियां भी मिली हैं, जिनमें कई कर्मचारियों ने ड्रेस कोड की ड्रेस नहीं डाली, हाथों में ग्लव्स का भी इस्तेमाल नहीं हो रहा। हाथ धोने के लिए साबुन नहीं रखे गए हैं। महिला बाथरूम के शीशों पर पेंट नहीं हुआ है, जिससे उनकी प्राइवेसी भंग हो रही है, इमरजेंसी में और अस्पताल की डिस्पेंसरी में दवाइयों की कमी है, बाथरूम में सफाई नहीं है, इमरजेंसी में संक्रमण से बचाव के लिए कोई सुविधा नहीं है, इमरजेंसी में ऑक्सीजन लाइन नहीं है। इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की जरूरत है, दीवारों पर पेंट नहीं हुआ है, मरीजों की मदद करने के लिए बोर्ड नहीं लगे हैं। मदद के लिए फोन नंबर अंकित नहीं हैं, कंपलेंट बॉक्स नहीं हैं, मरीजों की प्राइवेसी नहीं है, साफ-सफाई नहीं है। बायोमेडिकल वेस्ट का सहीं तरीके से भी उठान नहीं हो रहा है, स्टाफ को ट्रेनिग की बहुत अधिक जरूरत है।
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क्वालिटी में 70 अंक हासिल करने पर तीन साल तक मिलेगी 30 लाख रुपये की राशि
क्वालिटी में 70 अंक हासिल करने पर तीन साल तक प्रत्येक वर्ष 30 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। क्वालिटी एश्योरेंस के पैमानों में प्रत्येक विभाग को आठ पैरामीटर पर मापा गया है। इसमें 0 से 2 अंक तक स्कोरिग होती है। 50 प्रतिशत से कम अंक मिले तो जीरो नंबर और 50 से 99 परसेंट मिले तो एक नंबर होगा, 100 फीसद होगा तो नंबर मिलेंगे। इसके लिए पूरी चेक लिस्ट में 70 नंबर होने चाहिए।
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इन 16 विभागों में जांच की गई
मैरनिटी वाड, इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, एसएनसीयू, फार्मेसी, लैबोरेट्री, ओपीडी, जनरल वार्ड, नीकू वार्ड, मैडेनिटी ओटी, आइपीडी, पीपीयू, ब्लड बैंक, एक्जिलरी सर्विस, आउटसोर्सिंग, लॉंडरी, किचन