नहीं सह पाया मां की मौत का गम, सिरसा में दो दिन बाद ही बेटे ने लगा लिया फंदा
मृतका नीलम देवी के परिजन उसकी अस्थियों को इकट्ठा करने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। दीपक के परिजन उसे उठाने के लिए उसके कमरे में गए तो वहां दीपक छत पर पंखा लगाने वाले हुक से चुन्नी से फंदा बनाकर लटका हुआ मिला।
सिरसा, जेएनएन। मां चली गई तो बेटा दर्द सहन नहीं कर पाया। यह सही नहीं था मगर मां की मौत बेटे से सही न गई। नोहरिया बाजार की गली मस्जिद वाली में शनिवार रात को 30 वर्षीय युवक दीपक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक युवक सीए की पढ़ाई कर रहा था तथा एक निजी फोटो लैब में अकाउंटेंट के तौर पर काम करता था। दो दिन पहले ही युवक की मां नीलम देवी का देहांत हुआ था। मां के देहांत से दीपक मानसिक रूप से परेशान था, इसी के चलते उसने यह कदम उठा लिया। परिवार में मां व बेटा दो ही सदस्य थे।
सुसाइड नोट में लिखा बैंक अकांउट में हैं 35 लाख रुपये मां के नाम ट्रस्ट बना देना
बीती 26 मार्च को दीपक की मां नीलम की मौत हो गई थी। महिला हाइ ब्लड प्रेशर और हृदयरोग रोग से पीड़ित थी। उसके हार्ट में स्टेंट डला हुआ था। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे हिसार ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई थी। रविवार प्रात: नीलम देवी के परिजन उसकी अस्थियों को इकट्ठा करने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। दीपक के परिजन उसे उठाने के लिए उसके कमरे में गए तो वहां दीपक छत पर पंखा लगाने वाले हुक से चुन्नी से फंदा बनाकर लटका हुआ मिला। युवक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें युवक ने लिखा है कि उसकी मौत का कोई जिम्मेवार नहीं है। अपने मामा भवानी शंकर के नाम लिखी चिट्ठी में दीपक ने लिखा कि उसके बैंक अकाउंट में 30-35 लाख रुपये है, उन रुपयों से उसकी मां के नाम से एक ट्रस्ट बना देना। युवक ने अपने बैंक खातों व पासवर्ड इत्यादि की डिटेल भी साझा की है।
---दीपक का शव फंदे से लटका हुआ मिला था। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपने बैंक अकाउंट में 30-35 लाख रुपये होने की बात लिखी है। उन रुपयों से मां के नाम ट्रस्ट बनाने के लिए लिखा है। दो दिन पहले युवक की मां की मौत हो गई थी, जिसके बाद से वह तनाव में था। परिवार में युवक व उसकी मां ही थी। इस मामले में मृतक के मामा भवानी शंकर के बयान पर इत्तफाकिया मौत होने की कार्रवाई की है। - ओमप्रकाश, उपनिरीक्षक, शहर थाना सिरसा