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फतेहाबाद जिले में कल से शुरू होगा सीरो सर्वे, बच्चों से लेकर बूढ़ों के लिए जाएंगे कोरोना सैंपल

सीरो सर्वे के अनुसार रैंडम के हिसाब से सैंपल लिए जाएंगे। एक परिवार के एक ही व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा। कुछ दिनों के बाद आने वाले परिवार के अनुसार ही पता लगेगा कि कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज किस तरह विकसित हो रही हैं

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 05:21 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 05:21 PM (IST)
हेल्थ टीम जिनको कोरोना नहीं हुआ उनके सैंपल लेकर पता लगाएगी कि कितने लोग संक्रमित होकर ठीक हो गए

फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद जिले में तीसरी बार सीरो सर्वे 16 जून से शुरू हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस चरण में 400 लोगों के सैंपल लेगा। जिसमें ग्रामीण व शहरी लोग शामिल होंगे। पिछली बार महिलाओं व बच्चों के सैंपल नहीं लिए गए थे। लेकिन इस बार बच्चों व महिलाओं के सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने तीन चरण बना दिए है। जिनके अनुसार ये सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग लोगों के रक्त के सैंपल लेकर जांच के लिए अग्रोहा मेडिकल कालेज भेजेगा। कोरोना से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के भीतर एंटीबॉडी विकसित हुई या नहीं, इसका पता लगाने के लिएविभाग जिले में पहली बार सीरो सर्वे व सैंपलिग करवा रहा है। सर्वे रैंडम के हिसाब से होगा। जिले में अर्बन एरिया में 40 फीसद व ग्रामीण क्षेत्र में 60 फीसद लोगों के रक्त के सैंपल लेकर यह सर्वे किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 10 कलस्टर बनाए है। इनमें एक कलस्टर में 6 सदस्यों को रखा गया है। यह अलग अलग क्षेत्र में जाकर सर्वे करेगी।

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10 टीमों का किया गठन

स्वास्थ्य विभाग ने इस सर्वे को करवाने के लिए 10 टीमों का गठन किया है। जिसमें एक मेडिकल ऑफिसर, लैब टैक्नीशियन व एक हेल्थ वर्कर को शामिल किया गया है। जिसकी शुरुआत 16 जून से हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के आदेश हैं कि प्राथमिक तौर इस बार उन लोगों के सैंपल लिए जाएंगे जो स्वस्थ हुए है। ऐसे में पता चलेगा कि कितनी फीसद लोगों को कोरोना होकर ठीक हो गए और उसके शरीर में एंटी बॉटी बन गई है।

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अब जाने सीरो सर्वे है क्या

सीरो सर्वे के अनुसार रैंडम के हिसाब से सैंपल लिए जाएंगे। एक परिवार के एक ही व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा। कुछ दिनों के बाद आने वाले परिवार के अनुसार ही पता लगेगा कि कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज किस तरह विकसित हो रही हैं और उनके विकसित होने की दर क्या है। ब्लड सैंपल की जांच करके यह पता लगाया जाता है कि जिस व्यक्ति का सैंपल लिया गया है, उसके अंदर हर्ड इम्यूनिटी विकसित हुई है या नहीं। सैंपल की जांच के लिए एक विशेष किट का इस्तेमाल किया जा रहा है। यदि कोई व्यक्ति कोरोना की चपेट में आता है, लेकिन उसके अंदर कोई लक्षण नहीं उभरता है, तो ऐसे लोगों के शरीर में 5-7 दिन के अंदर अपने आप एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाती हैं, जो वायरस को शरीर में पनपने नहीं देती हैं। सर्वे से इन्हीं एंटीबॉडीज की जांच करके पता लगाया जाएगा कि जिले में किस एरिया में कितने लोगों को कोरोना हुआ, मगर वो अपने आप ठीक भी हो गए। जिससे आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग को इसका फायदा मिलेगा।

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इस बार इनके लिए जाएंगे सैंपल

-0-6 साल के बच्चों का

-7-18 साल तक के युवाओं का।

-19 से अधिक उम्र के लोगों का।

------16 जून से सीराे सर्वे शुरू हो रहा है। इसके लिए हमने तैयारी पूरी कर ली है। जिले में 400 सैंपल लिए जाएंगे। 10 कलस्टर बनाए गए है। इसके लिए टीम का गठन कर ड्यूटी लगा दी है। इस बार बच्चों व महिलााओं को भी इस सर्वे में शामिल किया गया है।

डा. हनुमान सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।


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