लुवास एवं एचएयू में पांच दिन का सप्ताह लागू करवाने के लिये विज्ञानियों व कर्मचारियों ने दिया धरना
विज्ञानियों की पांच दिन का सप्ताह लागू करनेकैशलैस मेडिकल सुविधा लागू करने जैसी कई मांगें हैं। इसके लिए एचएयू प्रशासन टालमटोल कर रहा है। इसके सम्बंध में लुवास शिक्षक एवं गैर शिक्षक संघ की कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकें भी चुकी हैं
जागरण संवाददाता, हिसार। लुवास एवं एचएयू में पांच दिन का सप्ताह लागू करवाने के मंगलवार को प्रशासनिक भवन के सामने विज्ञानियों व कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। विज्ञानियों की पांच दिन का सप्ताह लागू करने,कैशलैस मेडिकल सुविधा लागू करने जैसी कई मांगें हैं। इसके लिए एचएयू प्रशासन टालमटोल कर रहा है। इसके सम्बंध में लुवास शिक्षक एवं गैर शिक्षक संघ की कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकें भी चुकी हैं किंतु इसके बावजूद भी प्रशासन इन मांगों को नहीं मान रहा और इन मांगों को लेकर हाल में 20 नवम्बर को भी टीचिंग एसोसएिशन एचएयू, नान टीचिंग एसोसिएशन एचएयू एवं टीचिंग एसोसिएशन लुवास व नान टीचिंग एसोसिएशन लुवास के पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से 23 नवम्बर को धरना-प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया था। विज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि धरने के बाद भी प्रशासन इन मांगों को नहीं मानता है तो 29 व 30 नवम्बर को इसी तरह प्रात: 9 से 11 बजे तक धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
यह हैं विज्ञानियों की 30 सूत्रीय मांगें
इन मांगों में मुख्य रूप से पांच दिवसीय सप्ताह लागू करना, कैशलैस मेडिकल बीमा, सातवें वेतन आयोग का 50 फीसद एरियर का भुगतान, एक प्रमोशनल इंक्रीमेंट, पीएचडी के सातवें वेतन आयोग में पांच इंक्रीमेंट, कैरियर एडवांसमेंट पंजाब एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के आधार पर, कर्मचारियों की भर्ती आदि मांगें शामिल हैं। इसके साथ ही हाउस अलाटमेंट में अनियमितताएं, नए आवासों का निर्माण कराना, बंदरों से कैंपस मुक्त कराने जैसी लगभग 30 मांगें विज्ञानियों ने होटा के माध्यम से उठाई हैं। इनमें से कई मांगें तो ऐसी हैं जिनका समाधान विज्ञानियों को पिछले कई वर्षों से मिला ही नहीं है। इसके बाद फेकल्टी की आम सभा बुलाकर पदाधिकारी आगामी निर्णय लेंगे। इसके साथ ही हौटा हरियाणा सरकार द्वारा लागू की जा रही भर्ती प्रक्रिया को लेकर भी जबरदस्त विरोध के स्वर अलाप रही है।