School Reopen Haryana: एक महीने बाद स्कूल तो खुले मगर मौसम के चलते पहले दिन कम पहुंचे विद्यार्थी
सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के पहुंचने से रौनक लौट आई। स्कूलों में पढ़ाई का सिलसिला शुरू हो गया। पहला दिन होने की वजह कई जगह कई स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही पर शिक्षक पूरी संख्या में मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, सिरसा। ग्रीष्मकालीन अवकाश के एक माह बाद शुक्रवार को स्कूल खुले हैं। स्कूलों में विद्यार्थियों के पहुंचने से रौनक लौट आई। स्कूलों में पढ़ाई का सिलसिला शुरू हो गया। पहला दिन और खराब मौसम होने की वजह कई जगह कई स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही पर शिक्षक पूरी संख्या में मौजूद रहे। गौरतलब है कि स्कूलों में सरकार ने समय में भी बदलाव कर दिया है। सरकारी व निजी स्कूलों में सुबह आठ बजे स्कूल खुलेंगे। इसके बाद दोपहर ढाई बजे स्कूल की छुट्टी होगी।
---शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे निरीक्षण
स्कूलों में सुबह से विद्यार्थी पहुंचने लगे। स्कूलों में प्रथम दिन विद्यार्थियों को सीधे तौर पर कक्षा रूम में भेजा गया। स्कूलों में प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया गया। स्कूलों में पढ़ाई का कार्य शुरू हो गया है। स्कूलों में अध्यापक विद्यार्थियों की संख्या कम होने पर सूचना देते हुए नजर आए। जिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार बिश्नोई ने खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में समय समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति के बारे में रिपोर्ट मांगी है। जिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार बिश्नोई ने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में पढ़ाई का दौर शुरू हो गया है। स्कूलों में समय समय पर खंड शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। जिससे स्कूलों में किसी प्रकार की कोई खामियां है। उनको दूर किया जा सके। वहीं स्कूलों में कोई लापरवाही मिलती है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
---स्कूलों में दिया जाएगा पका हुआ मिड डे मील
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पका हुआ मिड डे मील दिया जाएगा। सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को विद्यार्थियों को दोपहर के समय पका हुआ भोजन देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं। स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिड डे मील दिया जाता है। स्कूलों में पहली से पांचवीं कक्षा तक 114383 बच्चे व छठी से आठवीं कक्षा तक 66942 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं।