हरियाणा में एक महीने बाद खुले स्कूल, सम्मान में दहलीज को नमन कर स्कूल में पहुंचे विद्यार्थी
एक महीने बाद स्कूलों में आए विद्यार्थियों ने शिक्षा के मंदिर की दहलीज को नमन कर स्कूल में प्रवेश किया। ग्रीष्मकालीन अवकाश पूरा होने के बाद अब स्कूलों में रौनक लौट आई है। हालांकि महीने बाद स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थियों की संख्या शुक्रवार कुछ कम रही।
जागरण संवाददाता, रोहतक : एक महीने के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद शुक्रवार को तमाम स्कूल खुल गए। एक महीने बाद स्कूलों में आए विद्यार्थियों ने शिक्षा के मंदिर की दहलीज को नमन कर स्कूल में प्रवेश किया। ग्रीष्मकालीन अवकाश पूरा होने के बाद अब स्कूलों में रौनक लौट आई है। हालांकि महीने बाद स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थियों की संख्या शुक्रवार कुछ कम रही। लेकिन अगले दिनों में बच्चाें की संख्या में इजाफा होने का दावा शिक्षक कर रहे हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश के एक माह बाद शुक्रवार सुबह आठ बजे स्कूल खुले।
विद्यार्थियों के आने के बाद पहले दिन से ही स्कूलों में पढ़ाई का सिलसिला शुरू हो गया। स्कूलों का समय सरकार ने एक जुलाई से सुबह आठ बजे से दोपहर बाद ढाई बजे तक कर दिया है। जबकि इससे पहले मई अंत में भीषण कर्मी के चलते स्कूलों का समय सुबह सात बजे से दोपहर बारह बजे तक किया गया था। तय शेड्यूल के अनुसार सरकारी व निजी स्कूलों में सुबह आठ बजे स्कूल खुले जबकि दोपहर बाद ढाई बजे स्कूलों की छुट्टी होगी।
पका हुआ मिड डे मील मिलेगा
सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पका हुआ मिड डे मील मिलेगा। इसके आदेश सभी स्कूल मुखियाओं को आला अधिकारियों की ओर से दिए गए हैं। जिसमें सभी सरकारी स्कूलों के मुखियाओं को दोपहर के समय विद्यार्थियों के लिए पका हुआ भोजन मिड डे मील में देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। मौलिक शिक्षा अधिकारी का दावा है कि इस संबंध में सभी स्कूल मुखियाओं को अवगत कराया गया है।
प्राइमरी स्कूल के बाहर जलजमाव
शहर ही सैनिक कालोनी स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल के बाहर शुक्रवार को बरसाती पानी जमा रहा। जिसके चलेते विद्यार्थियों व शिक्षकों को रास्ता बदलकर स्कूल पहुंचना पड़ा। स्कूल के बाहर जलजमाव के चलते शिक्षकों व विद्यार्थियों को स्कूल में गेट की बजाय खिड़की से स्कूल में आना पड़ा और वहीं से अवकाश के बाद जाना होगा। 200 से अधिक विद्यार्थियों व सात शिक्षकों वाले इस स्कूल के बाहर प्रत्येक बारिश में जलजमाव होता है। लेकिन समधान अब तक नहीं हुआ है।