स्कूल संचालकों ने की राहत पैकेज देने की मांग
जागरण संवाददाता हिसार हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने कोरोना महामारी के चलते बंद के क
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने कोरोना महामारी के चलते बंद के कारण पिछले दो साल से तंगहाली का सामना कर रहे प्राइवेट स्कूलों के लिए राहत पैकेज की मांग की है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू, प्रांतीय उपप्रधान संजय धत्तरवाल, महासचिव पवन राणा, प्रेस प्रवक्ता राजबीर ढाका व विनय वर्मा ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बहुत से अभिभावकों की लॉकडाउन के कारण कोरोना काल में आर्थिक स्थिति खराब होने से स्कूलों में फीस नहीं आ रही, जिससे प्रदेश के बहुत से स्कूल बंद होने की कगार पर हैं। वहीं स्कूल बसों की किस्तें टूट रही है। स्कूल भवन की लोन की किस्तें भरने व स्टाफ की सैलरी देने में भी दिक्कतें आ रही है। इसलिए सरकार प्राइवेट स्कूलों को राहत पैकेज दे ताकि इन स्कूलों को बंद होने से बचाया जा सके और बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो तथा इन स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों व गैर शिक्षकों को भी रोजी रोटी की कमी का सामना न करना पड़े।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि गरीब बच्चों का शिक्षा का अधिकार अधिनियम 134-ए का पैसा अभी तक विभाग पर बाकी है। अगर स्कूलों को यह राशि मिल जाए तो इन स्कूलों को कुछ राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष तो जैसे तैसे करके स्कूल प्रबंधन ने अपने अपने स्टाफ को वेतन देने की कोशिश की, लेकिन इस साल का आरंभ भी नहीं हो पाया और अब हालात यह है कि स्कूलों के खर्चे ज्यों के त्यों है। उन्होंने कहा कि बिजली के बिल, बसों का टैक्स व बसों का बीमा भी माफ किया जाए ताकि कोरोना काल में स्कूलों को बचाया जा सके, अन्यथा इन प्राइवेट स्कूलों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उन्होंने मांग की कि सरकार नियम 134-ए का बकाया पैसा स्कूलों को जल्द से जल्द जारी करे।