School open in Haryana: हरियाणा में लंबे वक्त के बाद बच्चों के लिए स्कूल खुले तो चेहरों पर लौटी रौनक
हरियाणा के नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल खुलने पर स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई। स्कूलाें में नियमों का पालन किया गया तो कहीं पर कोताही भी देखने को मिली। हिसार के सरकारी स्कूलों में भी आधी संख्या में बच्चे स्कूलों में पहुंचे।
ढिगावा मंडी ( मदन श्योराण ) सरकार के आदेशानुसार हरियाणा के नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल खुलने पर स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई। स्कूलाें में नियमों का पालन किया गया तो कहीं पर कोताही भी देखने को मिली। हिसार के सरकारी स्कूलों में भी आधी संख्या में बच्चे स्कूलों में पहुंचे। वहीं ढिगावा कस्बे में दैनिक जागरण टीम सुबह सुबह कस्बे के सर्वोदय पब्लिक स्कूल, आर्य स्कूल, जीनियस स्कूल, दक्ष स्कूल, शिव स्कूल, आइडियल स्कूल सिंघानी आदि स्कूलों में पहुंची। कोरोना काल में बंद हुए स्कूल करीब सवा तीन महीने के बाद आज खुल गए है। स्कूलों में नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू हो गयी है। गाइडलाइन के अनुसार सभी स्कूल खोले गए है।
सिरसा राजकीय स्कूल भूर्टवाला में स्कूल विद्यार्थियों थर्मल स्कैनिंग से जांच करते हुए
विद्यार्थियों ने कक्षाओं में बैठकर अध्ययन को सुखद बताया :-
छात्रा मुस्कान ने बताया कि शिक्षकों के आमने-सामने रहकर पढ़ाई का असली माहौल बनता है। आनलाइन पढ़ाई मेें व्यवधान भी काफी रहते हैं। स्कूल व कक्षाओं की दिशा ही बदली हुई है। ये नया अनुभव हुआ है। रोज स्कूल आएंगे।
फतेहाबाद में सरकारी स्कूल में कक्षा में प्रवेश से पहले बच्चों की थर्मल स्कैनिंग करते हुए
---छात्र रोहित ने बताया कि स्कूल आकर फिर से पुराना माहौल मिला। शिक्षकों के सामनेे बैठकर ही बेहतर पढ़ाई होती है। स्कूल खुलने का काफी समय से इंतजार कर रहे थे। आनलाइन पढ़ाई मजबूरी थी। दूर-दूर रहे लेकिन दोस्तों से मिलकर अच्छा लगा।
----छात्रा साक्षी ने बताया कि पापा-मम्मी ने नियमों के पालन व दूर-दूर रहने का वादा लिया तब विद्यालय जाने की अनुमति दी। स्कूल आकर काफी अच्छा लगा। शिक्षकों से भी आमने-सामने लंबे समय बाद मुलाकात हुई, अच्छा लगा।
----प्राचार्य राजबाला शर्मा, राजवीर दहिया, जोगेन्दर सांगवान, राजेंद्र यादव, अशोक सांगवान, मास्टर मेवा सिंह आदि स्कूल प्राचार्यो ने बताया की कमरों को सैनिटाइज भी करवाया गया। स्कूल सुबह नौ से 12 बजे तक ही खुलेंगे और नौवीं से 12वीं तक की ही कक्षाएं लगाई जा रही है। सभी नियमो की पालना हो रही है जैसे हर डेस्क पर विद्यार्थी का नाम लिखा जाएगा, विद्यार्थी को उसी डेस्क पर बैठना है।
एक दूसरे से स्टेशनरी भी शेयर नहीं करनी है। जो विद्यार्थी घर रहकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी हुई है। उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं है। स्कूल आने वाले विद्यार्थी, स्टाफ व अन्य लोगों का गेट पर तापमान चेक किया जाता है व हाथों को सनेटाइज़ किया जाता है।सरकारी स्कूलों की अपेक्षा प्राइवेट स्कूलों में छात्रो ने स्कूल आने में ज्यादा रूचि दिखाई।