स्कूल विवाद : आज से सभी एमपी, एमएलए को ज्ञापन सौंपेंगे स्कूल संचालक
जागरण संवाददाता हिसार कोरोना काल में पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद करने के फैसले
जागरण संवाददाता, हिसार : कोरोना काल में पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद करने के फैसले के खिलाफ स्कूल संचालकों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। मंगलवार को प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी की मीटिग का आयोजन किया गया। इस दौरान फैसला लिया कि बुधवार से प्रदेशभर में ज्ञापन सौैंपो अभियान चलाएंगे। स्कूल यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने बताया कि मंगलवार को मीटिग में विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है। इस दौरान सरकार के फैसले के खिलाफ रोष जताया गया। उन्होंने बताया कि सरकार जानबूझकर स्कूलों को बंद करने का फैसला ले रही है। इससे बच्चों की पढ़ाई तो खराब होगी ही, साथ ही स्कूल संचालकों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई छोटे बच्चे नहीं कर पाएंगे, इसलिए उनका स्कूल आना जरूरी है।
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अभिभावक बोले: नहीं खुलने चाहिए स्कूल, कोरोना का है खतरा
सरकार ने पहली से 8वीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है ताकि छोटे बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। लेकिन स्कूल संचालक इस फैसले के खिलाफ है। ऐसे में स्कूल खुले या ना खुले इस पर अभिभावकों की भी मिलीजुली प्रतिक्रिया है। शहर के चौधरी कॉलोनी निवासी पुष्पेंद्र का मानना है कि स्कूल खुलने चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई संभव नहीं है। ऐसे में स्कूल खुलने चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई भी खराब हो रही है। इसी प्रकार न्यू ऋषि नगर निवासी ज्योति ने स्कूल बंद करने के सरकार के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि बच्चों में कोरोना का खतरा है, इसलिए उन्हें बचाए रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी शुरूआत की पढ़ाई है, इसलिए ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। शहर के सेक्टर-13 निवासी डॉ. विवेक का मानना है कि अभी स्कूल नहीं खुलने चाहिए। डॉ. विवेक ने कहा कि एक कक्षा में मान लो 30 विद्यार्थी हैं और एक भी संक्रमित हो गया तो वह सभी को चपेट में लेगा। हालांकि हो सकता है कि बच्चे में शायद लक्षण भी ना आए लेकिन वह घर जाकर घर वालों को भी संक्रमित कर सकता है। ऐसे में एक बच्चे से 30 परिवार संक्रमित हो सकते हैं। इसी प्रकार गांव गोरछी निवासी खुर्शीद अहमद का कहना है कि अभी स्कूल नहीं खुलने चाहिए। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। बेशक पढ़ाई का थोड़ा बहुत नुकसान हो जाए।