प्रदेश में भाजपा और जजपा गठबंधन सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल संतोषजनक
जजपा को विधानसभा चुनाव में दस और भाजपा को चालीस सीटें मिली थीं। आरंभिक दौर में लोग अनुमान लगा रहे थे कि सरकार में शामिल दोनों दलों में टकराव होगा लेकिन बीते एक वर्ष के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ।
हिसार, जेएनएन। प्रदेश की मनोहर लाल सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा हो गया। पिछले पांच वर्ष उनकी सरकार निर्बाध चली थी। पूर्ण बहुमत था। कई उपलब्धियां भी हासिल की थीं। यद्यपि इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था, लेकिन वह सदन में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और बहुमत के आंकड़े के पास पहुंच गई थी। कुछ निर्दलीय विधायक समर्थन देने को तैयार थे, भाजपा ने उनकी इच्छा का समादर तो किया, लेकिन सरकार बनाने के लिए जननायक जनता पार्टी (जजपा) से गठबंधन का निर्णय लिया।
जजपा को विधानसभा चुनाव में दस और भाजपा को चालीस सीटें मिली थीं। आरंभिक दौर में लोग अनुमान लगा रहे थे कि सरकार में शामिल दोनों दलों में टकराव होगा, लेकिन बीते एक वर्ष के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ। कुछ बिंदुओं पर मतभेद सामने आए, पर सरकार की मजबूती पर आंच नहीं आई। बीते एक वर्ष में मनोहर सरकार की यह बड़ी उपलब्धि है।
प्रदेश की गठबंधन सरकार जिस तरह से कोरोना संक्रमण का मुकाबला कर रही है, उसके लिए भी वह साधुवाद की पात्र है। यह भी रेखांकित कर लें कि सरकार ने भले ही एक वर्ष पूरा कर लिया हो, लेकिन काम करने के लिए तो इस एक वर्ष में उसे मात्र पांच महीने ही मिले। सात महीने से तो वह कोरोना से बचाव और उसपर आक्रमण करने में ही लगी है। उसने कोरोना के कारण प्रदेश की लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को लगभग नियंत्रित कर लिया है।
प्रदेश सरकार ने युवाओं को यहां की निजी फैक्टियों में 75 फीसद नौकरी देने का नियम बनाया। पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने का प्रविधान किया। कोरोना के कारण चीन से पलायन करने वाली कंपनियों को फैक्टियां लगाने के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराईं। यदि भाजपा सरकार निरंकुश अधिकारियों पर अंकुश लगाने में सफल रहती तो उसे सौ में सौ नंबर मिलते।