नियम 134ए रिजल्ट : झज्जर में विद्यार्थियों को नहीं अलाट हुए निजी स्कूल, इंतजार कर रहे हैं विद्यार्थी
निजी स्कूलों में निशुल्क पढ़ाई के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को प्राइवेट स्कूल अलाट करने की 15 दिसंबर तिथि निर्धारित की थी। लेकिन दिनभर विद्यार्थी स्कूल अलाट होने का ही इंतजार करते रहे। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल अलाट नहीं किए गए।
जागरण संवाददाता,झज्जर : 134ए के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क पढ़ाई के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को प्राइवेट स्कूल अलाट करने की 15 दिसंबर तिथि निर्धारित की थी। लेकिन दिनभर विद्यार्थी स्कूल अलाट होने का ही इंतजार करते रहे। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल अलाट नहीं किए गए। इसलिए विद्यार्थियों के चेहरे पर मायूसी भी दिखी। 134ए के तहत परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को राज्य मुख्यालय द्वारा ड्रा से स्कूल अलाट किए जाने का सभी इंतजार करते रहे। जिले के 2817 विद्यार्थियों ने 134ए के तहत परीक्षा दी हुई है। इन सभी को स्कूल की बजाए इंतजार ही हाथ लगा। अब वीरवार को स्कूल अलाट करने के लिए ड्रा जारी होने का अनुमान है। ताकि विद्यार्थी प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क दाखिला लेकर पढ़ाई कर पाएं।
134ए के तहत 24 नवंबर तक आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इस दौरान आनलाइन आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की परीक्षा 5 दिसंबर को आयोजित की गई। इस परीक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों को 15 दिसंबर को स्कूल अलाट करना था। दिनभर विद्यार्थी स्कूल अलाट होने व रिजल्ट का इंतजार करते रहे। लेकिन विद्यार्थियों का इंतजार लंबा ही होता गया। पहले ड्रा में नाम आने वाले विद्यार्थियों को 24 दिसंबर तक दाखिला लेने का समय दिया जाएगा। अगर पहले ड्रा के बाद प्राइवेट स्कूलों की 134ए के तहत निर्धारित सीटें बचती है तो दूसरा ड्रा भी निकाला जाएगा। जिले की बात करें तो 134ए के तहत कुल 3062 विद्यार्थियों ने आनलाइन आवेदन किए गए।
वहीं परीक्षा के लिए 11 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां पर करीब 92 प्रतिशत विद्यार्थी ही उपस्थित रहे थे। जिले में कुल 2817 विद्यार्थी ही परीक्षा देने के लिए पहुंचे और 245 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। सबसे अधिक उपस्थिति आठवीं कक्षा में 96 प्रतिशत व सबसे कम उपस्थिति नौंवीं कक्षा में 83 फीसद रही। विद्यार्थियों की संख्या के मामले में बहादुरगढ़ खंड अव्वल रहा। परीक्षा देने वाले कुल 2817 विद्यार्थियों में से 1840 विद्यार्थी बहादुरगढ़ खंड के हैं। वहीं सबसे कम साल्हावास खंड के 69 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है।