Rule 134A: निजी स्कूलों में दाखिले के लिए परीक्षा, सिरसा में परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों की भीड़
नियम 134 ए के तहत सिरसा में दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक परीक्षा होगी। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन नंबर की कापी देखकर इंट्री दी गई। कक्षा रूम विद्यार्थियों पेंसिल ब्लू पेन व पानी की बोतल साथ लेकर ही आने दिया गया।
जागरण संवाददाता, सिरसा। सिरसा में नियम 134 ए के तहत रविवार को नौ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई। शहर में राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में दूसरी से चौथी कक्षा तक के विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे। वहीं बेगू रोड स्थित राजकीय गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पांचवीं से छठी कक्षा व राजकीय स्कूल खैरपुर में सातवीं से नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा को लेकर सुबह से ही विद्यार्थी व अभिभावक पहुंचने लगे। जिले में दूसरी से नौवीं कक्षा के करीब 2010 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। परीक्षा को लेकर कई जगह पर अव्यवस्था भी देखने को मिली।
आधार कार्ड व रजिस्ट्रेशन नंबर देखकर दी एंट्री
नियम 134 ए के तहत दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक परीक्षा होगी। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को आधार कार्ड, रजिस्ट्रेशन नंबर की कापी देखकर इंट्री दी गई। कक्षा रूम विद्यार्थियों पेंसिल, ब्लू पेन व पानी की बोतल साथ लेकर ही आने दिया गया। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश मेहरा ने बताया कि निजी स्कूलों में नियम 134 के तहत परीक्षा हो रही है। जिसमें दूसरी से नौवीं कक्षा के विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। शहर में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा होने पर तीन परीक्षा केंद्र बनाए गये हैं। जिससे विद्यार्थियों को परीक्षा देने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
खंड स्तर पर यहां हुई परीक्षा
निजी स्कूलों में दाखिला के लिए खंड स्तर पर भी परीक्षा केंद्र बनाए गये हैं। जिनमें खंड रानियां में राजकीय माडल संस्कृति स्कूल, ओढ़ां के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नाथूसरी चौपटा के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल, ऐलनाबाद में राजकीय राजकीय माडल संस्कृति स्कूल, बड़ागुढ़ा में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल व डबवाली के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में परीक्षा हुई।
हरियाणा में नियम 134ए के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला मिलता है। इसके लिए प्रदेश भर में परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है और परीक्षा उर्तीण करने वाले छात्रों को निजी स्कूलों में दाखिला मिलता है।