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जानिए क्‍यों हिसार के राखी गढ़ी गांव से 152 परिवारों को दूसरे गांवों में बसाने की होे रही तैयारी

हिसार जिले के राखी गढ़ी गांव में करीब 5000 वर्ष पुरानी सभ्यता के अवशेष मिल चुके हैं। केंद्र सरकार नेइस बार बजट में 2500 करोड़ रुपये देश की पांच आइकोनिक साइट बनाने के लिए जारी किए गए

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 09:17 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 10:58 AM (IST)
जानिए क्‍यों हिसार के राखी गढ़ी गांव से 152 परिवारों को दूसरे गांवों में बसाने की होे रही तैयारी

सुनील मान, नारनौंद। आर्य सभ्यता की जन्मस्थली होने के प्रमाण समेत कई ऐतिहासिक जानकारी देने वाले राखीगढ़ी के टीले में छिपे रहस्यों को दुनिया के सामने लाने के प्रयास जारी हैं। इसके लिए राखी गढ़ी के टीलों पर बसे 152 परिवारों को हटाकर राखी खास और राखी शाहपुर गांव में बसाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने पांच करोड़ तीन लाख रुपये का बजट जारी कर दिया है। इन परिवारों को अन्यत्र बसाने के बाद इस जगह पर खोदाई की योजना पर काम चल रहा है।

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हिसार जिले के राखी गढ़ी गांव में करीब 5000 वर्ष पुरानी सभ्यता के अवशेष मिल चुके हैं। केंद्र सरकार नेइस बार बजट में 2500 करोड़ रुपये देश की पांच आइकोनिक साइट बनाने के लिए जारी किए गए हैं। इनमें राखी गढ़ी भी शामिल है। 550 हेक्टेयर में फैली राखी गढ़ी की साइट पर करीब 241 लोगों ने अवैध रूप से कब्जे किए हुए थे, जिनके पुनर्वास के कोर्ट ने आदेश जारी किए थे।

राखी गढ़ी में कई साल पहले हड़प्‍पा सभ्‍यता का खुलासा हुआ था और देश व‍ विदेश के पुरातत्‍ववेत्‍ता वहां खोदाई करवा चुके हैं और शोध कर रहे हैं। केंद्रीय बजट में इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई थी और यहां एक भव्‍य संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। यह निर्माण जल्‍द ही पूरा होने वाला है।

100-100 गज के मकान बनाकर देगी सरकार : प्रदेश सरकार राखीगढ़ी के टीलों पर काबिज ग्रामीणों को राखी खास और राखी शाहपुर में 100-100 गज के 152 मकान बनाकर देगी। राखी खास में तीन एकड़ जमीन पर 2 करोड़ 61 लाख की लागत से पंचायती राज विभाग 83 मकान बनाएगा। अभी तक 49 मकान बनाने का कार्य जोर शोर से चला हुआ है। वहीं राखी शाहपुर में एक एकड़ चार मरले पर 2 करोड़ की लागत से 69 मकान बनाने हैं। इनमें से 37 मकान बनाने का कार्य चल रहा है, जो एक माह के अंदर पूरा हो जाएगा। अन्य लोगों के लिए भी मकान बनाने के लिए जमीन की तलाश जारी है।

इस तरह के होंगे मकान : कुछ मकानों में एक कमरा, रसोई, शौचालय व बरामदा बनाया जा रहा है तो कुछ मकानों में दो कमरे भी बनाए जा रहे हैं। विभाग की तरफ से ही रंग रोगन भी किया जाएगा। बिजली के कनेक्शन भी दिए जाएंगे।

ग्रामीणों को आजीविका की चिंता : यहां रहे लोगों को आजीविका की चिंता सता रही है। उनका कहना है कि पशुपालन कर वे अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। 500 वर्ग गज के मकान की जगह सरकार 100 वर्ग गज का फ्लैट दे रही है। ऐसे में वे पशु कैसे पालेंगे?

केंद्रीय मंत्री ने दिया था भरोसा : केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एक सप्ताह पहले राखीगढ़ी आए थे। उन्होंने बताया था कि राखी गढ़ी को एक बड़े पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां हड़प्पा संस्कृति पर एक संग्रहालय बनाया जाएगा, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि जिन भी ग्रामीणों की मकानों को लेकर कोई समस्या है तो उसका तुरंत प्रभाव से समाधान करें। अगर प्रदेश सरकार से समाधान नहीं निकले तो फाइल उनके पास भेज दें। एक घंटे के अंदर समाधान कर दिया जाएगा।

हिसार के एसडीएम, नारनौंद विकास यादव ने बताया कि आज ही पत्र जारी किया गया है। पुरातत्व विभाग के अधिकारी, गांव की पंचायत व प्रशासन के अधिकारी जल्द ही एक बैठक करके इस साइट पर जिन भी ग्रामीणों के कब्जे हैं उनकी लिस्ट जारी कर देगी।


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