घोटाले की शिकायत करने पर नगर निगम में घुसकर आरटीआइ एक्टिविस्ट के साथ किया ये
जेएनएन, हिसार : नगर निगम में शाम चार बजे कोई जोर-जोर से चिल्ला रहा था। कर्मचारी व अधिकारी अपने कमरों
जेएनएन, हिसार : नगर निगम में शाम चार बजे कोई जोर-जोर से चिल्ला रहा था। कर्मचारी व अधिकारी अपने कमरों से आवाज सुनकर उस और दौड़ पड़े। वहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग आरटीआइ कार्यकर्ता तिलक राज के साथ मारपीट कर रहे थे। कर्मचारी व अधिकारियों को अपनी ओर आते देख मारपीट करने वाले वहां से भाग गए। आरटीआइ कार्यकर्ता ने अपने परिजनों को बुलाया और पुलिस थाने में शिकायत दी। शिकायत में उन्होंने निगम के ठेकेदार संदीप कुमार पर अपने कुछ साथियों के साथ मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए। साथ ही ठेकेदार पर आरोप लगाया कि नगर सुधार मंडल में तीन करोड़ रुपये की घटिया सड़क बनाने पर कार्रवाई होने पर ठेकेदार व उसके चार-पांच साथियों ने उसके साथ मारपीट की है।
वहीं ठेकेदार संदीप कुमार ने आरोपों को सिरे से नकाराते हुए कहा कि मैंने कोई सड़क नहीं बनाई है, न ही उस सड़क से मेरा कोई लेना-देना है। स'चाई यह है कि आरटीआइ एक्टिविस्ट ब्लैकमेलर है और लोगों को ब्लैकमेल करता है। इसलिए किसी ने उसे पीट दिया होगा। इस मामले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ये है मामला
पुलिस को दी शिकायत में आरटीआइ एक्टिविस्ट तिलकराज ने बताया कि वह राजीव नगर में रहते हैं। करीब शाम चार बजे में नगर निगम में तकनीकी शाखा में किसी काम से गए था। इस दौरान प्रवीण कुमार एमई के कक्ष में किसी काम से खड़ा था। तभी प्रवीण कुमार के मोबाइल पर कॉल आई और उन्होंने कहा कि तिलक यही है। मैंने पूछा तो उन्होंने बताने से इन्कार कर दिया। तिलक राज ने आरोप लगाया कि इस घटना के पांच से सात मिनट बाद संदीप कुमार व चार-पांच अन्य लोगों ने मेरे ऊपर हमला कर दिया। सुंदर नगर निवासी संदीप कुमार ने लोहे की रॉड जैसी चीज से मुझे पीटना शुरू कर दिया। मेरे शोर मचाने पर सभी वहां से भाग गए। भागते हुए उन्होंने कहा कि आज तो बच गया है, आगे मिला तो मार देंगे। निगम के सीसीटीवी बंद
नगर निगम में सीसीटीवी हर अप्रिय गतिविधि को देखते हुए लगाए गए हैं। जब भी कोई अप्रिय घटना हुई है, सीसीटीवी कैमरे बंद मिले हैं। बुधवार की घटना के दौरान भी कुछ इसी प्रकार को देखने को मिला। नगर निगम के अधिकारियों से जब बातचीत की तो उन्होंने सीसीटीवी बंद होने की बात कहीं। इतना ही नहीं, अधिकारी व कर्मचारी से बातचीत की गई तो उन्होंने घटना के दौरान मौके पर होने से इनकार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी ने मारपीट की है, वह नहीं जानते हैं।
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- मेरे ऑफिस के बाहर या अंदर कोई मारपीट नहीं हुई है। ठेकेदार का मेरे पास किसी काम को लेकर फोन आया था। आरटीआइ एक्टिविस्ट का कहना गलत है। मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
- प्रवीण कुमार, एमई, नगर निगम
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नगर सुधार मंडल में तीन करोड़ की साल 2013 में सड़क बनाई गई थी। जिसकी मैंने शिकायत थी। इसी शिकायत के आधार पर कार्रवाई बीते दिनों हुई है। इसी का बदला ठेकेदार संदीप बंसल ने लिया है। जिम के सामान संबंधी कोई बातचीत मेरी ठेकेदार के साथ नहीं हुई है। न ही मैंने किसी को ब्लैकमेल किया है। ठेकेदार झूठे आरोप लगा रहा है।
- तिलकराज, आरटीआइ एक्टिविस्ट
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नगर सुधार मंडल की सड़क से मेरा कोई लेना देना नहीं है। न ही मैंने सड़क बनाई है। आरटीआइ एक्टिविस्ट ब्लैकमेलर है और कई लोगों को ब्लैकमेल कर चुका है। पिछले दिनों मुझे भी सड़कों के कामों की आरटीआइ न लगाने और शिकायत न करने के नाम एवज में 50 हजार रुपये मांग रहा था। मैंने उसे सीधेतौर पर मना कर दिया था। उसने मुझे देख लेने की धमकी दी थी। उसकी का बदलाव वह ले रहा है। आरटीआइ एक्टिविस्ट के साथ जब मारपीट हुई, उस समय में हांसी में अपनी साइट पर था। सब आरोप निराधार है।
- संदीप कुमार, ठेकेदार , नगर निगम
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नगर निगम में किसी के साथ मारपीट हुई है। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। ऐसा हुआ है तो गलत है।
- संदीप, एक्सइएन, नगर निगम।