सितंबर के 12 दिनों में रोहतक पीजीआइ के 52 चिकित्सक-कर्मचारी हुए कोरोना संक्रमित
अधिकारियों की लापरवाही से पीजीआइ परिसर में बढ़ रहा है संक्रमण का प्रकोप। एम्स से तुलना कर अपनी पीठ थप-थपा रहे थे पीजीआइएमएस के अधिकारी
रोहतक, जेएनएन। जैसे-जैसे कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, लोगों को संक्रमण से बचाने वाले चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारियों के संक्रमित होने का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। अकेले पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में ही चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारियों के संक्रमित होने का आंकड़ा 100 को पार कर गया है। अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि सितंबर के 12 दिनों में ही पीजीआइ के 52 चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
मार्च में कोरोना संक्रमित पहला केस जिले में सामने आया था। इसके बाद पीजीआइएमएस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया था। अब स्थिति यह है कि पीजीआइ के सौ से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। सी ब्लॉक में ही सैंपलिंग हो रही है। जिसके चलते संक्रमण का प्रसार लगातार होता जा रहा है। चिकित्सकों व स्टाफ के संक्रमित होने का सीधा असर मरीजों के उपचार पर पड़ रहा है।
तारीख पॉजिटिव मिले कर्मचारियों की संख्या
1 सितंबर एक पीजी चिकित्सक व एक ओटीए
2 सितंबर एक चिकित्सक, एक बीयरर, एक ओटी टैक्नीशियन व एक स्टाफ नर्स
3 सितंबर गायनी विभाग की दो चिकित्सक, एक क्लर्क, एक मेल स्टाफ नर्स
4 सितंंबर गायनी विभाग की चिकित्सक, डेंटल मैकेनिकल, सिक्योरिटी गार्ड, ईसीजी टैक्नीशियन
5 सितंबर पीजी महिला चिकित्सक, एक एमबीबीएस इंटर्न
6 सितंबर एनस्थीसिया विभाग की पीजी चिकित्सक, असिस्टेंट, एक क्लर्क
7 सितंबर कोई नहीं
8 सितंबर तीन महिला पीजी चिकित्सक, सर्जरी विभाग के कंसल्टेंट, स्टाफ नर्स, एमबीबीएस इंटर्न
9 सितंबर पैथोलॉजी विभाग के चिकित्सक, एक अन्य कर्मचारी
10 सितंबर फार्माकोलॉजी व रेडियोलॉजी विभाग के चिकित्सक, आठ जूनियर रेजीडेंट, एक हाउस सर्जन, एक स्टाफ नर्स, एक डेंटल कर्मचारी, कंट्रोलर ऑफ फाइनेंस, एमबीबीएस विद्यार्थी
11 सितंबर मेडिसिन विभाग के दो चिकित्सक, पैथोलॉजी विभाग की चिकित्सक, मेल स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, कंट्रोलर ऑफ फाइनेंस पीए, एक छात्रा
12 सितंबर दो पीजी चिकित्सक, पीजीआइ कैंपस में रहने वाला चिकित्सक
---बड़ी संख्या में स्टाफ संक्रमित मिल रहा है। स्थिति को नियंंत्रित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही ट्रॉमा सेंटर के वेटिंग एरिया में कोविड सैंपलिंग शुरू की जाएगी। अधिकतर स्टाफ जल्द ही स्वस्थ होकर भी लौट रहा है।
- डा. गजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय