रोडवेज यूनियन नेता और सरकार की बैठक के इंतजार में बीत गया दिन, हालात रहे ज्यों के त्यों
रोडवेज यूनियन नेता और सरकार के बीच बैठक में हुआ मंथन, मांगों को लेकर अड़े हुए हैं कर्मचारी नेता, अब सोमवार से बढ़ सकती है परेशानी
जेएनएन, हिसार। रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही, रोडवेज कर्मचारी यूनियन अौर सरकार के बीच होने वाली बैठक का कुछ हल निकलेगा पूरा दिन इस इंतजार में बीत गया और हालात ज्यों के त्यों बने रहे। अब सहमति नहीं बनने की सूरत में दिक्कतें बढ़ने वाली है क्योंकि बस सेवा के साथ साथ अब सोमवार से पानी की सप्लाई और खराब बिजली को ठीक करने पर भी संकट खड़ा होने वाला है। इसका कारण यह है कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश में करीब सवा लाख सभी विभागों के कर्मचारियों ने भी रोडवेज कर्मियों के साथ हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है।
आवेदनों की छंटनी हुई शुरू
रोडवेज आम आदमी को राहत देने के लिए ड्राइवर-कंडक्टर की तलाश कर रहा है, लेकिन उन्हें नहीं मिल रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार की तरफ से निकाली गई भर्ती में शामिल होने बस स्टैंड पहुंचे हजारों युवाओं को कंट्रोल करने के लिए शनिवार को पुलिस को दो बार लाठियां भांजनी पड़ीं। रविवार को भी आवेदन के लिए युवा आए। अब आवेदनों की छंटनी करने का काम भी शुरू कर दिया है।
विभागों ने दिया समर्थन
रोडवेज की हड़ताल लगातार आगे बढ़ती जा रही है। रोडवेज के अलावा हरियाणा कर्मचारी महासंघ के अंतर्गत आने वाले बिजली, अध्यापक, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी आदि विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है। इन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से जिले में पानी सप्लाई नहीं हो सकेगा। साथ ही बिजली खराब होने पर उसे ठीक करने वाले कर्मचारी भी नहीं मिलेंगे। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ेगी।
आरएएफ के जवान रहे मुस्तैद
हडताल को लेकर पांच दिनों से हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। बस स्टैंड पर पुलिस के अलावा आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है। एक दिन में ही 3049 युवाओं ने फार्म जमा करवाए। युवाओं की भीड़ को देखते हुए आगे भी पुलिस की तरफ से पुख्ता इंतजाम रखने के आदेश दिए गए हैं।
भटकते रही यात्री
रविवार को भी बसें नहीं मिलने से यात्री भटकते रहे। महिलाओं को इसके कारण और भी ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। महिलाएं इस बारे में चर्चा भी करती नजर आई कि आखिर ये बसें कब चलेंगी। इस दौरान यात्रियों को बस स्टैंड के बाहर से प्राइवेट कैब का भी सहारा लेना पड़ा।
रूट बोर्ड एक जगह किए एकत्रित
बसें एक जगह कतार में खड़ी रही तो वहीं रूट बोर्ड को एक जगह एकत्रित कर रख दिया गया है। हांसी और हिसार में रोडवेज बसें एक जगह खड़ी धूल फांक रही हैं। ये हालात रहे तो खड़ी बसों में और ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।