Move to Jagran APP

ऋषि नगर श्मशानघाट में एलपीजी से होगा अंतिम संस्कार, दिल्ली की कंपनी लगाएगी एलपीजी भट्ठी

पवन सिरोवा हिसार ऋषि नगर श्मशान घाट में आगामी समय में शवों का दाह संस्कार एलपीजी से

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jun 2020 06:19 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jun 2020 06:19 AM (IST)
ऋषि नगर श्मशानघाट में एलपीजी से होगा अंतिम संस्कार, दिल्ली की कंपनी लगाएगी एलपीजी भट्ठी
ऋषि नगर श्मशानघाट में एलपीजी से होगा अंतिम संस्कार, दिल्ली की कंपनी लगाएगी एलपीजी भट्ठी

पवन सिरोवा, हिसार : ऋषि नगर श्मशान घाट में आगामी समय में शवों का दाह संस्कार एलपीजी से होगा। दिल्ली की कंपनी श्मशानघाट में एलपीजी भट्ठी लगाएगी। इस प्रोजेक्ट से वायु प्रदूषण नहीं होगा और कम खर्च में करीब एक घंटे में दाह संस्कार हो जाएगा। एलपीजी प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ान के उद्देश्य से सोमवार को निगम कमिश्नर अशोक गर्ग ने निगम स्टाफ व शहर के गणमान्य लोगों व श्मशानघाट कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ मौका निरीक्षण किया। श्मशानघाट कमेटी के प्रधान महावीर सैनी ने कहा कि निगम कमिश्नर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जून माह के अंत तक श्मशानघाट में एलपीजी प्रोजेक्ट सिरे चढ़ाने के लिए कार्य शुरू हो जाएगा।

loksabha election banner

-------------------

विधायक ने प्रपोजल बना सीएम और निकायमंत्री से की थी बातचीत

विधायक डा. कमल गुप्ता ने हिसार के श्मशान घाट में इलेक्ट्रिक या एलपीजी भट्ठी लगाने का प्रोजेक्ट बनाया था। उन्होंने यह प्रोजेक्ट प्रदेश मुख्यमंत्री और गृह एवं निकाय मंत्री अनिज विज को भेजकर उनसे इसके बारे में बातचीत की थी। साथ ही निगम अफसरों को दिल्ली व दूसरे शहरों में लगे सीएनजी एलपीजी और इलेक्ट्रोनिक भट्टी देखने के बारे में दिशा निर्देश भी दिए थे। इसके बार निगम टीम ने दिल्ली सहित कई शहरों में लगी भट्ठी की जानकारी जुटाई थी। इसके बाद एलपीजी की भट्ठी लगाने का प्रपोजल शहरी स्थानीय निकाय को भी भेजा गया था। वर्तमान में अब निगम ने इस प्रपोजल को सिरे चढ़ाने के लिए करीब 67 लाख का टेंडर कर दिया है। जिसे दिल्ली की कंपनी ने लिया है जो अब प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाएगी।

-------------------------

दाह संस्कार में आधा हो जाएगा खर्च

- मौजूदा समय में लकड़ी से दाह संस्कार होता है। एक शव के संस्कार में 9 मन (3.60 क्विटल) या अधिकतम 11 मन (4.40 क्विटल) लकड़ी लगती है। श्मशान घाट में संस्कार के लिए प्रति मन 300 रुपये लकड़ी दी जाती है। लकड़ी से संस्कार में एक पेड़ खत्म हो जाता है। संस्कार में लकड़ी का अधिकतम खर्च 3300 रुपये रहता है।

- श्मशानघाट प्रधान के अनुसार अनुमानित एलपीजी से दाह संस्कार में एक या अधिकतम डेढ़ सिलेंडर एलपीजी लगेगा। इसमें करीब 1 हजार से 1500 रुपये का खर्च आएगा। एलपीजी से दाह संस्कार में लकड़ी के मुकाबले खर्च आधा हो जाएगा।

--------------------------------

प्लांट लगने से ये होगा लाभ

- लकड़ी का प्रयोग नहीं होने से पेड़ों की कटाई कम होगी।

- समय की बचत होगी।

- लकड़ी से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।

--------------------

एक हजार गज में लगेगा प्रोजेक्ट

श्मशान भूमि सुधार समिति के प्रधान महावीर सैनी ने कहा कि अफसरों से बताया है कि एक हजार गज में यह प्रोजेक्ट लेगा। पहले इसके लिए बच्चों के श्मशानघाट की जमीन के कुछ हिस्से में लगाने का प्रपोजल था। लेकिन बाद में इसे पुराने श्मशानघाट में ही लगाने पर सहमति हुई है। इसका कारण यह है कि वहां पर शैड व अन्य सुविधाएं हैं। ऐसे में खर्च अधिक नहीं आएगा और वहां खाली जमीन पर इसे आसानी से लगाया जा सकता है। यह प्रोजेक्ट वक्त की मांग है। इससे प्रदूषण से मुक्ति भी मिलेगी।

---------------------------

ऋषि नगर श्मशानघाट में एलपीजी भट्ठी लगाई जाएगी। इसे दिल्ली की कंपनी लगाएगी। इसके लिए टेंडर हो चुका है।

- हरिकृष्ण शर्मा, एक्सईएन, नगर निगम हिसार।

------------------------

मैंने सीएलजी व एलपीजी भट्ठी प्रोजेक्ट बनाकर प्रदेश मुख्यमंत्री और निकाय मंत्री अनिल विज को भेजा था। एलपीजी सिस्टम होने से लकड़ी नहीं कटेगी। पेड़ों की बचत होगी।दाह संस्कार में खर्च कम आएगा और पर्यावरण प्रदूषण मुक्त रहेगा। इस प्रोजेक्ट के कई लाभ हैं। हालांकि यह प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुका है या नहीं इस बारे में अभी मेरे पास पूरी जानकारी नहीं है। लेकिन यदि निगम ने इस पर कार्य शुरू कर दिया है तो यह बेहतर है।

- डा. कमल गुप्ता, विधायक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.