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रेमडेसिविर कालाबाजारी मामला : भिवानी में इंजेक्शन की जांच करवा रही पुलिस, लैब में भेजे

पुलिस की तरफ से मिले इंजेक्शन को जांच के लिए भिजवा दिया है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि वह रेमडेसिविर की जगह शीश में क्या बेच रहा था। पुलिस की तरफ से बेचने वाले आरोपित की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रह है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 12:54 PM (IST)Updated: Thu, 20 May 2021 12:54 PM (IST)
रेमडेसिविर कालाबाजारी मामला : भिवानी में इंजेक्शन की जांच करवा रही पुलिस, लैब में भेजे
भिवानी पुलिस की तरफ से रेमडेसिविर इंजेक्‍शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपित को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी

भिवानी, जेएनएन। हिमाचल से लेकर भिवानी में बिकने वाला नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में क्या है उसकी लैब से जांच होगी। पुलिस की तरफ से उस इंजेक्शन की जांच के लिए भिजवा दिया है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि वह रेमडेसिविर की जगह शीश में क्या बेच रहा था। पुलिस की तरफ से बेचने वाले आरोपित की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहा है।

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पुलिस के अनुसार इंजेक्शन को पकड़े जाने के बाद उसे दवाई का पता नहीं था कि उसमें क्या है। लैब रिपोर्ट से ही पता चलेगी उसमें कालाबाजारी वाले दवाई कौन सी बेच रहे है। गौरतलब है कि रेवाड़ी से गिरफ्तार सत्यनारायण हिमाचल से पांच से छह हजार रुपये में रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीद कर लाता था। वह भिवानी आकर उसको 15 से 18 हजार रुपये में बेच देता था।

मेडिकल स्टोर संचालक भी वह इंजेक्शन लेकर उसको 35 हजार रुपये में ब्लैक में बेच रहे थे। पुलिस की तरफ से इस मामले में सात मई तो मेडिकल स्टोर संचालक को पकड़ा था। उसके बाद सीआइए-2 की तरफ से मामले में कई गिरफ्तारी हुई और सत्यनारायण को पकड़ा। सत्यनारायण की तरफ से पुलिस के समक्ष काफी ज्यादा खुलासे किए। पुलिस ने आई जानकारी के बाद हिमाचल प्रदेश में भी छापेमारी की लेकिन अभी आरोपित हाथ नहीं आए।

पुलिस को आरोपित ने बताया था कि वह अकेले हरियाणा में 220 इंजेक्शन बेच चुका था। इंजेक्शन बेच कर जो पैसा आता वह अन्य इंजेक्शन लाकर बेच देता था। अब पुलिस की तरफ से उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था।

हिमाचल के बदी में दो बार की छापे मारी, नहीं लगे आरोपित हाथ :

सीआइए-2 श्रीभगवान के नेतृत्व में पुलिस हिमाचल के बदी एरिया में एक वेयर हाउस पर दो बार छापे मारी की, लेकिन आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लग पाए। अब पुलिस प्रयास कर रही है कि नकली इंजेक्शन तैयार करने वाले असली आरोपित जल्द पुलिस के हत्थे चढ़ पाए। जिसके लिए स्पेशल टीम घटित की गई है।

ये आरोपित किए जा चुके है पहले काबू :

श्रीभगवान ने बताया कि रेवाड़ी निवासी रिंकू, भिवानी के रामकिशन को 90 हजार रुपये सहित काबू किया था। इससे पहले आरोपित इंद्रजीत को और उसके बाद सत्यनारायण पकड़ा गया। सत्यनारायण ने अनेक राज खोले है। जिसके बाद अब पुलिस की नजर हिमाचल एरिया में यह धंधा चला रहे व्यक्तियों पर टिकी है।

--------इंजेक्शन की जांच के लिए भेज दिया गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि इंजेक्शन में क्या था। प्राथमिक जांच में अभी कोई भी बैच नंबर नहीं मिला था

- अजीत सिंह शेखावत, एसपी भिवानी


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