राखी गढ़ी म्यूजियम पर्यटक स्थल के रूप में होगा विकसित
संवाद सहयोगी, नारनौंद : राखी गढ़ी में बनने वाला म्यूजियम पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा
संवाद सहयोगी, नारनौंद : राखी गढ़ी में बनने वाला म्यूजियम पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जितना भी खर्च आएगा, सरकार वो तुरंत ही उपलब्ध करवा देगी। उक्त शब्द वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने म्यूजियम का निरीक्षण करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि म्यूजियम भवन की थ्री-डी फिल्म दिखाकर इसकी भव्यता का नमूना दिखाया जाएगा। वित्तमंत्री ने पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एसडीओ से कहा कि म्यूजियम पर बनाई गई फिल्म को राखी गढ़ी के ग्रामीणों को दिखाया जाए। इससे उन्हें बताया जाए कि वे कितने महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक स्थल पर रहे हैं और यहां क्या-क्या बनाया जा रहा है। उन्होंने गांव के सरपंच को म्यूजियम के साथ पार्किंग के लिए 2 एकड़ जगह उपलब्ध करवाने तथा पीछे से बाईपास के लिए सड़क बनाने के लिए जगह देने के लिए पंचायत में प्रस्ताव पास करवाने को भी कहा। वित्तमंत्री ने कहा कि राखी गढ़ी में हड़प्पा काल की वैदिक सभ्यता व मानव इतिहास का अनूठा खजाना है। भारत ही नहीं, विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग इस विश्व स्तरीय शानदार म्यूजियम को देखने राखी गढ़ी आएंगे जिससे नारनौंद क्षेत्र विश्व स्तरीय पर्यटन का केंद्र बनेगा।
प्रभावित लोगों को गांव में दूसरी जगह बसाया जाएगा
लगभग एक साल में बनकर तैयार होने वाले इस म्यूजियम में दर्शकों को कई प्रकार के शो दिखाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने कैबिनेट मी¨टग में फैसला किया है कि राखी गढ़ी में खुदाई कार्य में जिनके मकान टीले के क्षेत्र में आ रहे हैं उन्हें गांव में ही दूसरी जगह पर बसाया जाएगा। इसके लिए पौने सात करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं और टेंडर भी लगा दिए गए हैं। सरकार के इस फैसले से पुरातत्व विभाग की लोगों पर 25 साल से लटकी तलवार और हाईकोर्ट में चल रहे मामले का समाधान होने का रास्ता साफ हो गया। ये रहे मौजूद इस अवसर पर युवा नेता अजय ¨सधु, प्रो. मनदीप मलिक, चेयरमैन राजेश पेटवाड़, रजिस्ट्रार राजबीर मोर, पार्षद संजय खर्ब, अशोक राखी, पार्षद धर्मबीर गुराना, राजेश सूरा, सत्यपाल श्योराण, चेयरमैन महाबीर शर्मा, सतपाल मल्हान, सुरेश एमसी, सरपंच राजेश मलिक, राजेश सूरा, प्रेम वर्मा, नरेश वर्मा, कृष्ण डाटा, चेयरमैन भूपेन्द्र, पप्पू सिसाय, राजबीर खेड़ी, कप्तान ¨सघवा, सुनील पाल बाल्मीकि, डा. राजबीर पांडे, मा. वजीर आदि मौजूद थे।