राजस्थान ने दी पंजाब को एनओसी, अब हरियाणा को मिलेगा पानी
जागरण संवाददाता, हिसार : बरवाला ब्रांच को ज्यादा पानी देने के लिए पंजाब मे नहर रे¨जग के कार्य पर राज
जागरण संवाददाता, हिसार : बरवाला ब्रांच को ज्यादा पानी देने के लिए पंजाब मे नहर रे¨जग के कार्य पर राजस्थान को आपत्ति थी, जिसे अब सुलझा लिया गया है। राजस्थान सरकार ने इस कार्य की एनओसी पंजाब सरकार को भेज दी है। अब नहर की रे¨जग का कार्य जल्द पूरा हो जाएगा व बरवाला ब्रांच के हिस्से का अतिरिक्त 225 क्यूसिक पानी भी किसानों को मिलने लगेगा। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में उनसे मिलने पहुंचे किसानों की सांझा जल संघर्ष कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल से कही। मुख्यमंत्री ने सभी मांगों पर खुलकर चर्चा की और सकारात्मक बातें प्रतिनिधिमंडल के सामने रखीं। प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार ने बताया कि नहरी पानी के मसले को लेकर कमेटी प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मिले। मुख्यमंत्री ने किसान कमेटी को आश्वस्त किया कि सरकार बरवाला ब्रांच से जुड़े किसानों को पानी देने की समस्या पर तेजी से काम कर रही है, जिसके सकारात्मक नतीजे जल्द ही किसानों को मिलने शुरू होंगे। कमेटी की चार बार हो चुकी है अधिकारियों संग मी¨टग
प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार ने बताया कि धरना स्थगित करने के बाद अब तक कार्य प्रगति के बारे में कमेटी की नहरी व प्रशासनिक उच्च अधिकारियो से चार बार मी¨टग हो चुकी है व अभी तक सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। टेलों तक पानी पहुंचाने के लिए नहर की मरम्मत, क्षमता बढ़ाने व सफाई के लिए 6 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं व इसके अलावा पेटवाड ब्रांच को रिपेयर कर यमुना का अतिरिक्त पानी नलवा माइनर पानी में डालना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि बरबाला ब्रांच व बालसमंद ब्रांच की क्षमता नहीं बढ़ जाती, तब तक हक का पूरा पानी नहीं लिया जा सकता। जिसके लिए विभाग द्वारा एस्टीमेंट बना कर भेजा है, उम्मीद है जल्द कार्य होगा। 18 साल से संघर्ष कर रहे 149 गांव
गौरतलब है कि बरवाला ब्रांच से जुड़े 149 गांव पिछले 18 साल से पानी के लिए संघर्षरत है व इसके लिए किसानों ने पिछले दिन 40 दिन तक लघु सचिवालय हिसार में धरना दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने किसानों की समस्या पर सुनवाई करते हुए 6 महीने में समाधान का समय लेते हुए किसानों का धरना समाप्त करवाया था। इस मौके पर उनके साथ सतबीर पूनिया एसडीओ, सतबीर गढ़वाल, अनिल लौरा बालसमंद, विजेंद्र बैनीवाल, सुरजभान, रण¨सह कस्वां, रामबीर न्योलीकलां, जय¨सह बासड़ा, नरेंद्र पचार गोरछी, कुलदीप, अनूप पूनिया, बलवंत नंबरदार, बनवारी पंच, सतबीर झाझड़िया, रामकुमार पटवारी, हवा¨सह झाझड़िया, पृथ्वी ¨सह बामल, रमेश बैनीवाल डोभी, यशपाल, गुलाब झाझड़िया, मान झाझड़िया, सुरेंद्र आर्य, मुख्त्यार, ईश्वर नंबरदार, दलबीर भिवानी रेाहिल्ला, चंद्र बैनीवाल, निहाल ¨सह ढांगी, मास्टर बीरबल सुंडावास, दिलबाग हुड्डा, विरेंद्र पूनिया बुड़ाक, जगदीश जांगड़ा सीसवाला, मास्टर जिले ¨सह किरतान, ओमप्रकाश पंधाल, रामकुमार ढाका व अनिल भादू सहित समिति सदस्य मौजूद थे।