राजस्थान बेल्ट हरियाणा को कर रही गर्म, गुरुग्राम में 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा तापमान
राज्य में मौसम शुक्रवार तक खुश्क बने रहने तथा तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है मगर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से शुक्रवार देर रात्रि से हवा में बदलाव पश्चिमी से दक्षिण पूर्वी होने से मौसम में हल्का बदलाव आने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा से लगते राजस्थान बेल्ट के जिले हरियाणा के शहरों में आग बरसा रहे हैं। यहां से चलने वाली गर्म हवा तापमान के साथ दोगुना मार कर रही हैं। वीरवार को गुरूग्राम, सिरसा, नारनौल, भिवानी, हिसार और झज्जर में सर्वाधिक तापमान रहा। इन जिलों में सबसे अधिक गुरुग्राम में दिन के समय 45.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यह तापमान सामान्य तापमान से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी प्रकार सिरसा, नारनौल, भिवानी, हिसार और झज्जर में भी तापमान गुरुग्राम से कुछ ही कम है।
यहां भी दिन के समय 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक का तापमान दर्ज किया गया है। इसके साथ ही हीट वेव चलने से लोग वीरवार को झुलसते नजर आए। हालांकि आगामी एक दो दिनों में हीट वेव से राहत मिल सकती है। जिससे लोगों को गर्मी से हल्की राहत मिलने के आसार हैं। वहीं दूसरी ओर हरियाणा से लगते राजस्थान के जिलों में तापमान देखा जाए तो चुरू में 46.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 44.6 डिग्री सेल्सियस दिन के समय तापमान दर्ज किया गया।
आज व कल तापमान में गिरावट आने की संभावना
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि राज्य में मौसम शुक्रवार तक खुश्क बने रहने तथा तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है मगर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से शुक्रवार देर रात्रि से हवा में बदलाव पश्चिमी से दक्षिण पूर्वी होने से मौसम में हल्का बदलाव आने की संभावना है। जिससे राज्य में 21 व 22 मई को ज्यादातर क्षेत्रों में धूल भरी हवा चलने की संभावना है । इस दौरान उत्तरी (चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल) व पश्चिमी क्षेत्रों (सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखी दादरी) में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी भी होने की संभावना है जिससे दिन के तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि मौसम विज्ञान में प्री मानसून नहीं होता है, मगर हम मानसून के पहले के सीजन को प्री मानसून कह देते हैं। 31 मई तक प्री मानसून सीजन चल रहा है। मानसून हरियाणा में जुलाई के पहले सप्ताह में आता है। इसमें सबसे पहले जो बारिश होती है उसे प्री-मानसून की बारिश बोला जाता है। अभी मानसून केरल तक भी नहीं पहुंचा है। 27 मई के आसपास केरल में मानसून दस्तक दे सकता है। इसके बाद हरियाणा तक पहुंचने में जुलाई का प्रथम सप्ताह तक अक्सर लग जाता है। मगर मानसून वास्तव में यहां कब तक पहुंच जाएगा यह कहना जल्दबाजी होगी।