बारिश से हरियाणा में प्रदूषण हुआ कम, मशीनों को ठंडा रखने के लिए दो घंटे डीजी सेट चलाने की अनुमति मांग रहे उद्यमी
प्रदूषण का स्तर संतोषजनक स्थिति में पहुंच गया है मगर अभी भी एनसीआर के जिलों में फैक्ट्ररी चलाने पर बैन है। ऐसे में बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (बीसीसीआइ) ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को पत्र लिखकर डीजी सेट चलाने की अनुमति मांगी है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: लगातार तीन दिन बारिश होने के बाद बहादुरगढ़ समेत हरियाणा में प्रदूषण बिल्कुल कम हो गया है। प्रदूषण का स्तर संतोषजनक स्थिति में पहुंच गया है। ऐसे में बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (बीसीसीआइ) ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को पत्र लिखकर डीजी सेट चलाने की अनुमति मांगी है। उद्यमियों ने कुछ दिनों पहले डीजी सेट चलाने की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को लिखे पत्र में बीसीसीआइ के वरिष्ठ उपप्रधान नरेंद्र छिकारा ने बताया कि बहादुरगढ़ में हजारों की संख्या में छोटी-बड़ी इंडस्ट्री हैं।
यहां पर देश का सबसे बड़ा फुटवियर पार्क है। बहादुरगढ़ की फैक्ट्रियों में बड़ी-बड़ी मशीनें हैं। अगर बिजली कट होता है तो इन मशीनों को ठंडा करने के लिए कम से कम दो घंटे लग जाते हैं। इसके लिए पावर बैकअप जरूरी चाहिए। पहले बिजली चली जाती थी तो डीजी सेट की मदद से इन्हें ठंडा कर लिया जाता था या फिर डीजी सेट पर ये मशीनें चलती रहती थीं। मगर 15 अक्टूबर 2021 से ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लगा हुआ है और डीजी सेट चलाने पर रोक है। ऐेसे में उद्यमियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीसीसीआइ के वरिष्ठ उपप्रधान विकास आनंद सोनी ने बताया कि अगर इन मशीनों को डीजी सेट के जरिये इमरजेंसी पावर बैकअप नहीं दिया जाता है तो इससे मशीनों में आग भड़क सकती है।
आग की यह घटना बड़े स्तर पर भी पहुंच सकता है। इस कारण आग से फैक्ट्रियों के साथ-साथ यहां काम करने वाले कर्मचारियों की जान का भी खतरा है। इस स्थिति में अगर पावर फेल होता है तो कम से कम दो घंटे डीजी सेट चलाने की अनुमति आयोग से लेने के लिए पत्र लिखा गया है। अभी डीजी सेट चलाने की अनुमति नहीं मिली है, मगर उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह अनुमति उन्हें जल्द से जल्द मिल जाएगी। गौरतलब है कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बिना अनुमति डीजी सेट चलाने पर कड़ी कार्रवाई पिछले दिनों की थीं।
फैक्ट्रियों के अलावा अन्य संस्थानों में 10 से ज्यादा डीजी सेट सील किए गए थे। डीजी सेट को लेकर बड़ी कार्रवाई होने के बाद उद्यमियों ने बिजली जाने के बाद जनरेटर चलाने ही बंद कर दिए थे, ताकि बोर्ड की कार्रवाई से बचा जा सके। मगर बोर्ड ने 15 अक्टूबर 2021 से लेकर अब तक लाग बुक में इंट्री न होने पर भी कुछ डीजी सेट सील कर दिए थे।