बहादुरगढ़ में आसमान से बरसी आफत, 12 घंटे में 107 एमएम बारिश, शहर से गांवों तक पानी-पानी
बहादुरगढ़ में शनिवार सुबह से बारिश का दौर शुरू हुआ था जो शाम तक नहीं थमा। सुबह आठ बजे तक 38 एमएम बारिश हुई जबकि उसके बाद सुबह आठ से शाम बजे तक 69 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश से रिकार्ड टूट रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। इस बार बारिश के साथ रिकार्ड भी टूट रहे हैं और बार-बार आफत भी खड़ी हो रही है। शनिवार को फिर से लगातार 12 घंटों तक यहां पर 107 एमएम से ज्यादा बारिश हुई। इससे शहर की 20 से ज्यादा कालोनियों के साथ ही अनेक गांवों के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। सेक्टरों से लेकर आम कालोनियों की गलियां और सार्वजनिक स्थल जलमग्न हो गए। अब फिर से प्रभावित इलाकों से पानी की निकासी चुनौती बनेगी।
बरसात का दौर अभी जारी है। ऐसे में आफत और बढ़ने की संभावना है। अल सुबह से बारिश का दौर शुरू हुआ था जो शाम तक नहीं थमा। बीच में एक-दो बार बारिश हल्की हुई, लेकिन जारी रही। शाम पांच बजे कृषि विभाग द्वारा बारिश मापी गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस माह के आखिर तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। इधर, कृषि विभाग के अधिकारी डा. देवराज ओहलाण ने बताया कि शनिवार सुबह आठ बजे तक 38 एमएम बारिश हुई, जबकि उसके बाद सुबह आठ से शाम बजे तक 69 एमएम बारिश दर्ज की गई।
सेक्टरों में भी घरों में घुसा पानी
भारी बरसात के कारण एक बार फिर से शहर की अनेक कालाेनियों और सेक्टरों के घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सेक्टर-छह, दो व सात के अलावा शहर की महाबीर पार्क कालोनी, नेहरू पार्क, दयानंद नगर, सैनीपुरा, कच्चा बाग, लाइनपार क्षेत्र समेत विभिन्न हिस्सों में जलजमाव ने दिक्कतें खड़ी कीं। वहीं सिविल अस्पताल परिसर और बस स्टैंड भी जलमग्न हो गए। रेलवे रोड पर हाल में ही सीवर लाइन दबाई गई है। ऐसे में बारिश के बीच शनिवार को खुदाई वाली जगह पर सड़क धंसने से एक कार फंस गई। मशक्कत के बाद उसे निकाला गया। वहीं दिल्ली रोड पर सिविल अस्पताल से लेकर गौरेया पर्यटन केंद्र तक नाला ओवर फ्लो होने से भारी मात्रा में पानी जमा हो गया।
सब्जी मंडी हुई बेहाल
झज्जर रोड स्थित सब्जी मंडी बारिश में फिर से बेहाल हो गई। भारी बारिश के कारण यहां पर एक फीट से ज्यादा पानी भर गया। इससे दुकानदारों का काम ठप हो गया। जब तक यहां पर पानी नहीं निकलेगा, तब तक यहां पर फल और सब्जी बिक्री का काम प्रभावित रहेगा। पिछली बारिश में दुकानदारों ने मजबूर होकर खुद ही बरसाती पानी निकाला था।
पहले से प्रभावित गांवाें में गहराया संकट
क्षेत्र के कई गांवों में पहले से ही सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि बरसाती पानी में डूूबी हुई है। अब भारी बारिश के बाद वहां पर जलस्तर और बढ़ गया है। इससे किसानों के सामने यह संकट गहरा गया है कि प्रभावित रकबे में रबी फसलों की बिजाई हो पाएगी या नहीं। प्रशासन की ओर से वहां पर पानी निकालने के लिए अभी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कुछ गांवों में किसान अपने स्तर पर पानी निकालने का प्रयास तो कर रहे हैं, लेकिन उससे बात नहीं बन रही है। जितना पानी निकलता है, उतना ही एक बारिश में फिर जमा हो जाता है।