हिसार में लावारिस हुआ तीन करोड़ का बरसाती नाला, तीन विभाग एक दूसरें पर डाल रहे जिम्मेदारी
दिल्ली रोड बरसाती नाले को संभालने को कोई तैयार नहीं है। मानसून सिर पर है मगर अभी तक किसी भी विभाग ने इसकी देखरेख की जिम्मेदारी नहीं ली है। ऐसे में हिसार के मध्य स्थित यह बरसाती नाला आने वाले समय में लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है।
जागरण संवाददाता, हिसार : बीएंडआर द्वारा बनाए गए दिल्ली रोड बरसाती नाले को संभालने को कोई तैयार नहीं है। मानसून सिर पर है मगर अभी तक किसी भी विभाग ने इसकी देखरेख की जिम्मेदारी नहीं ली है। ऐसे में हिसार के मध्य स्थित यह बरसाती नाला आने वाले समय में लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है। अगर यह नाला ओवरफ्लो हुआ तो विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी का पल्ला झालेंगे। नगर निगम ने पांच जुलाई को नगर निगम में हुई समीक्षा बैठक में बीएंडआर, जनस्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में दिल्ली रोड पर करीब तीन करोड़ की लागत से बने बरसाती नाले की जनस्वास्थ्य विभाग को सौंपी थी। जिम्मेदारी सौंपे हुए एक सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है मगर अभी तक जनस्वास्थ्य विभाग ने इसे टेकओवर नहीं किया है। वहीं बीएंडआर का कहना है कि उसने यह नाला जनस्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया है। नगर निगम का कहना है कि यह नाला ना उन्होंने बनवाया ना ही उनकी देखरेख की कोई जिम्मेदारी है। ऐसे में यह बरसाती नाला अब लावारिस हो गया है।
यह लिया गया था फैसला
पांच जुलाई को नगर निगम में मेयर गौतम सरदाना की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें बरसाती नाला बनवाने वाले बीएंडआर के अफसरों सहित नगर निगम और जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियर मौजूद रहे थे। बैठक में दिल्ली रोड के बरसाती नाले के अलावा नगर निगम के अंतर्गत आने वाली सभी बरसाती नाले व डिस्पोजल के रखरखाव के संबंध में भी फैसला लिया गया था। नगर निगम ने संसाधनों के अभाव का हवाला देते हुए सभी ड्रेनेज व डिस्पोजल के रखरखाव की जिम्मेदारी भी जनस्वास्थ्य विभाग को दे दी थी। मीटिंग में नगर निगम कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी, बीएंडआर सब कमेटी के चेयरमैन डा. उमेद खन्ना, पार्षद प्रीतम सैनी, पार्षद जगमोहन मितल, सीवरेज की सब कमेटी के चेयरमैन मनोहर लाल और पार्षद महेंद्र जुनेजा सहित तीनों विभागों के अधिकारी मौजूद रहे थे।
बरसाती नाले जनस्वास्थ्य विभाग को सुपूर्द करने के पीछे कमिश्नर ने ये दिए तर्क
निगम कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि नगर निगम के बरसाती नाले सही मायने में होने ही नहीं चाहिए। जन स्वास्थ्य विभाग के पास शहर के सभी बरसाती नाले और डिस्पोजल होने चाहिए। बीएंडआर विभाग व नगर निगम दोनों की बरसाती नालों की सालाना सफाई का कार्य नहीं कर सकते है। इसलिए बीएंडआर विभाग निगम की बजाय जन स्वास्थ्य विभाग को दिल्ली रोड बरसाती नाला सुपुर्द करने के लिए पत्राचार करें। उन्होंने कहा कि बीएंडआर खुले प्वाइंटों से मलबा आदि निकालने का कार्य करें। जीटी ठीक करने, स्लैब बदलने का कार्य भी जल्द से जल्द बीएंडआर विभाग करें।निगमायुक्त ने कहा कि नगर सुधार मंडल के अंतर्गत आने वाले बरसाती नाले, जिंदल चौक से तोशाम रोड डिस्पोजल लाइन व डिस्पोजल भी नगर निगम प्रशासन जन स्वास्थ्य विभाग को सौंपने की दिशा में निगम प्रशासन कार्य करेगा।