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आयकर विभाग में अब फेसलैस होगी कार्रवाई, ऑनलाइन ही पूछे जा सकेंगे प्रश्न

ऑनलाइन प्रणाली के तहत हिसार के आयकर विभाग के अधिकारियों के पास देश के किसी भी हिस्से से मामले आ सकते हैं। वहीं हिसार के केस किसी दूसरे राज्य में मौजूद अधिकारियों के पास पहुंच सकते हैं। वह अधिकारी ऑनलाइन फर्म के दस्तावेजों के हिसाब से स्क्रूटनी केस का एनालिसिस करेंगे। इसके साथ ही अगर उन्हें व्यापारी से कोई प्रश्न पूछना है तो वह भी ऑनलाइन भी पूछना पड़ेगा। इसमें यह पता नहीं चल सकता कि कौन सा अधिकारी आपके केस की जांच कर रहा है और न ही किसी प्रकार की गड़बड़ी होने की गुंजाइश रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 08:37 AM (IST)
आयकर विभाग में अब फेसलैस होगी कार्रवाई, ऑनलाइन ही पूछे जा सकेंगे प्रश्न
आयकर विभाग में अब फेसलैस होगी कार्रवाई, ऑनलाइन ही पूछे जा सकेंगे प्रश्न

जागरण संवाददाता, हिसार : आयकर विभाग ने 13 अगस्त से अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव किया है। नए नियमों के अनुसार अब विभाग फेसलैस कार्यप्रणाली की ओर आगे बढ़ रहा है। पहले जिस जिले का केस होता था, वहीं के आयकर विभाग के अधिकारी स्क्रूटनी या असेसमेंट का केस देखते थे, मगर अब ऐसा नहीं होगा।

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ऑनलाइन प्रणाली के तहत हिसार के आयकर विभाग के अधिकारियों के पास देश के किसी भी हिस्से से मामले आ सकते हैं। वहीं हिसार के केस किसी दूसरे राज्य में मौजूद अधिकारियों के पास पहुंच सकते हैं। वह अधिकारी ऑनलाइन फर्म के दस्तावेजों के हिसाब से स्क्रूटनी केस का एनालिसिस करेंगे। इसके साथ ही अगर उन्हें व्यापारी से कोई प्रश्न पूछना है तो वह भी ऑनलाइन भी पूछना पड़ेगा। इसमें यह पता नहीं चल सकता कि कौन सा अधिकारी आपके केस की जांच कर रहा है और न ही किसी प्रकार की गड़बड़ी होने की गुंजाइश रहेगी। असेसमेंट के लिए चार रेंज बनाई

हिसार के आयकर कार्यालय में असेसमेंट यूनिट के लिए अलग-अलग चार यूनिट बनाई हैं। इनके स्थान भी अलग होंगे। इसमें रेंज के प्रभारी अतिरिक्त आयकर आयुक्त या संयुक्त आयकर आयुक्त रहेंगे, जो असेसमेंट के केस आने पर अपनी टीमों में वितरित करेंगे। इस टीम में अतिरिक्त आयकर आयुक्त के अलावा दूसरे नंबर पर डिप्टी कमिश्नर या असिस्टेंट कमिश्नर स्तर के अधिकारी व पांच आयकर अधिकारी शामिल रहेंगे। सभी टीमें अलग-अलग काम करेंगी।

इसके साथ ही नए नियमों में ऐसा बदलाव किया गया है कि व्यापारियों या नागरिकों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए असेसमेंट के बाद जो भी रिपोर्ट बनेगी उसे उस फर्म या नागरिक को दिखाया जाएगा। अगर वह व्यक्ति संतुष्ट नहीं है तो दोबारा से उसके तर्क पर गौर किया जाएगा। यह काम एक अलग टीम करेगी। अब रोहतक आइटी की टीम ही करेगी सर्वे

इस बदलाव में सर्वे का काम भी हिसार आयकर से रोहतक आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विग के पास पहुंच गया है। अभी तक इन्वेस्टिगेशन विग के पास रेड करने की शक्तियां थी तो स्थानीय कार्यालय के पास सर्वे करने की पावर थी। अब अगर कहीं रेड व सर्वे करने आयकर विभाग की टीम पहुंचती है तो वह कार्रवाई रोहतक की इन्वेस्टिगेशन विग द्वारा ही अमल में ली जाएगी। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर टीडीएस में सर्वे करने की पावर आइटीओ टीडीएस के पास रहेगी। वर्जन

नई कार्यप्रणाली का उद्देश्य है कि विभाग पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ काम करे। किसी मामले की जांच कौन कर रहा है, इसकी भी जानकारी किसी के पास न हो। इसीलिए ऑनलाइन काम किया जाएगा। इसमें हर कार्य अलग-अलग स्थानों पर मौजूद आयकर विभाग के अधिकारी करेंगे। ऑनलाइन ही प्रश्न पूछे जाएंगे तो लोगों को जवाब भी ऑनलाइन ही देने होंगे।

पीके शर्मा, अपर आयकर आयुक्त, आयकर विभाग, हिसार


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