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टीकरी बॉर्डर पर बाेले पंजाब के किसान नेता, इस बार हाथों पर रस्‍सी बांधकर करेंगे दिल्ली कूच

पंजाब की किसान यूनियन (राजेवाल) के प्रदेश अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने टीकरी बॉर्डर के मंच से कहा कि मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच के लिए जल्द ही तारीख तय हो जाएगी। इस बार 26 जनवरी वाली स्थिति नहीं होगी। सरकार को कोई मौका नहीं दिया जाएगा।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 05:23 PM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 05:23 PM (IST)
टीकरी बॉर्डर पर बाेले पंजाब के किसान नेता, इस बार हाथों पर रस्‍सी बांधकर करेंगे दिल्ली कूच
कृषि कानून विरोधी किसान एक बार फिर दिल्‍ली कूच करने की योजना बना रहे हैं

बहादुरगढ़, जेएनएन। संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति के सदस्य एवं पंजाब की किसान यूनियन (राजेवाल) के प्रदेश अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने टीकरी बॉर्डर के मंच से कहा कि मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच के लिए जल्द ही तारीख तय हो जाएगी। इस बार 26 जनवरी वाली स्थिति नहीं होगी। सरकार को कोई मौका नहीं दिया जाएगा। हम पैदल मार्च करते हुए संसद घेराव के लिए जाएंगे। हाथों को रस्सी से बांधकर दिल्ली में प्रवेश करेंगे और किसी से कोई टकराव नहीं होगा। आंदोलन जारी रहेगा। हम पीछे नही हटेंगे। राजेवाल ने किसानों का आह्वान किया कि हमें इस बार बड़ी तैयारी करके दिल्ली जाना है। किसान नेता ने कहा कि सरकार से 11 बार वार्ता हुई, मगर पहली चार बैठकों में ही हमें पता लग गया था कि सरकार कानूनों को रद नहीं करेगी। अब सरकार इस गलतफहमी में न रहे कि किसान मांग पूरी हुए बिना वापस चले जाएंगेे। हम यहीं डटे रहेंगे।

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गणतंत्र दिवस पर हुई थी हिंसा

तीन कृषि कानूनों के विराेध में उतरे आंदोलनकारियों की 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के समय हिंसा हुई थी। दिल्ली पुलिस द्वारा रूट तय किए जाने के बावजूद आंदोलनकारियाें द्वारा बैरिकेड तोड़े गए। लाल किले पर पहुंचकर तिरंगे से अलग झंडा फहराया गया था। इसको लेकर दिल्ली में केस दर्ज हुए। गिरफ्तारियां की गई। ट्रैक्टर भी जब्त किए गए। अब फिर से आंदोलनकारियों ने दिल्ली में जाने और संसद का घेराव करने का ऐलान कर दिया है। अभी तारीख तो तय नहीं है, लेकिन मई के पहले पखवाड़े में यह कदम उठाने की बात कह रखी है।


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