कोरोना वैक्सीन की तैयारी के बीच दो लाख बच्चों के लिए पल्स पोलियो अभियान पर फंसा पेंच
एक-साथ दोनों अभियान चलने से वॉलंटियरों की कमी व स्कूलों के बंद होने से होगी समस्या। पोलियो अभियान 17 18 व 19 जनवरी को चलाया जाना है। इस अभियान में दो लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है। पोलियो अभियान चलाने के लिए संसाधन कमी पड़ सकते हैं।
हिसार, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए तैयारियां जोरों पर थीं। अब इसी बीच पोलियो अभियान भी बीच में आ गया है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग दोनों अभियानों के बीच फंसा दिखाई दे रहा है। क्योंकि कोरोना की वैक्सीन लगाने के काम में स्वास्थ्य विभाग पूरा किसी न किसी रूप से सहभागिता निभा रहा है। ऐसे में पोलियो अभियान चलाने के लिए संसाधनों की कमी पड़ सकती है। पोलियो अभियान 17, 18 व 19 जनवरी को चलाया जाना है। इस अभियान में दो लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है। इसके साथ ही इस समय कोरोना के कारण स्कूल भी बंद हैं, पहले पोलियो के लिए स्कूलों में बच्चे मिल जाते थे, अब बच्चों को खोजना मुश्किल होगा।
वॉलंटियर और केंद्र की जरूरत
ऐसा अंदेशा है कि स्वास्थ्य विभाग पोलियो अभियान को पहले अपनी प्राथमिकता बना सकता है। इसके लिए मौजूदा समय में विभाग के पास वॉलेंटियरों की भी कमी है। ऐसे में अगर कोई संस्था इस अभियान में वॉलेंटियर रूप से मदद करना चाहें तो वह भी कर सकते हैं। इसके साथ ही वह केंद्र भी देखे जा रहे हैं जहां बच्चों को बुलाया जा सके ताकि उन्हें पोलियो की दवा पिलाई जा सके। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर प्रशिक्षण जोरोशोरो से जारी है।
पांच मिनट में लगेगी वैक्सीन, कोविन एप पर करवाना होगा रजिस्ट्रेशन
कोरोना वैक्सीन लगाने के कोविन एप पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होगा। इसके बाद ही कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। वहीं जिले में ड्राई रन के आधार पर कम से कम एक मरीज को पांच मिनट में वैक्सीन लगाने का टारगेट रखा गया है।
कोविन एप के माध्यम से लगेगी कोरोना वैक्सीन
वैक्सीन कोरोना एप के माध्यम से लगाई जाएगी। इसके लिए प्रथम फेज में हेल्थ कर्मी अपना रजिस्ट्रेशन कर चुके है। वहीं दूसरे फेज में पुलिस कर्मचारियों को वैक्सीन लगनी है। इसके लिए वे अपने मुख्यालय को डाटा भेज चुके हैं। जहां से पुलिस विभाग का डाटा स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया है। वहीं तीसरे फेज में आम लोगों को कोविन एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन का मौका दिया जाएगा।
कोविन एप से ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन
कोविन एप से मैसेज जाते है वैक्सीनेटर के पास मैसेज जाता है। वह कोड डालकर खोलेगा, लिस्ट आ जाएगी। लिस्ट में नाम आएगा। इस दौरान मरीज का का नाम, डेट ऑफ बर्थ, आईडी आएगी। इसके बाद फिजिकल आईडी को चेक किया जाएगा। फिजिकली ठीक होने पर एप पर ही ठीक का साइन आता है। इसे क्लिक करना होगा। इसके बाद वेक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद एप पूछता है कि वेक्सीन लगा दी गई है तो वहां भी क्लिक करना होगा। इसके बाद मरीज का नाम वैक्सीन लगने वालों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा।