लॉकडाउन में प्रकृति से हुआ जुड़ाव, रोहतक की महिला घर में उगाने लगी सब्जियां, अब हर्बल गार्डन की तैयारी
पूजा नेचूरोपैथी की तीसरे वर्ष की छात्रा हैं। पिछले साल लॉकडाउन में घर में ही सब्जियां उगानी शुरू की थीं। घर में ही उगाई सब्जियों का स्वाद भी बाजार की सब्जियों से बेहतर है। केमिकल युक्त सब्जियों से निजात मिली है।
रोहतक, जेएनएन। गत वर्ष कोविड-19 की शुरुआत के बाद प्रकृृति से जुड़ने का मौका मिला। लॉकडाउन की वजह से व्यस्ततम जीवन जब ठहर सा गया तो घर में ही गार्डनिंग शुरू की। घर में ही पेड़-पौधों का छोटा सा गार्डन बनाया। फूलों के पौधों के साथ ही सब्जियां भी उगानी शुरू कीं। इनमें प्राकृतिक रूप से तैयार खाद का उपयोग किया। घर में ही उगाई सब्जियों का स्वाद भी बाजार की सब्जियों से बेहतर है। प्राकृतिक खाद के उपयोग से केमिकल युक्त सब्जियों से निजात मिली है। यह कहना है मॉडल टाउन निवासी पूजा पाहवा का।
पूजा नेचूरोपैथी की तीसरे वर्ष की छात्रा हैं। पति अजय पाहवा बिजनेसमैन हैं। पूजा, बिजनेस में पति की मदद भी करती हैं। वह बताती हैं कि इस मानसून में घर में हर्बल गार्डन बनाने की योजना है। इसके लिए पति के साथ मिलकर व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं। आगे चलकर फार्म हाउस शुरू करने की भी योजना बनाई है। फिलहाल घर में भिंडी, टमाटर, बैंगन, मिर्ची आदि सब्जियां उगाती हैं। शहर के मौसम के अनुसार अन्य पौधों को लगाया है, जोकि, आक्सीजन भरपूर मात्रा में देते हैं।
लोगों को कर रहीं जागरूक
पूजा, प्रकृति के प्रति लोगों को जागरूक भी करती रहती हैं। पति का कार सर्विस का बिजनेस हैं। अपने क्लाइंट्स को सर्विस के साथ एक पौधा भेंट करते हैं ताकि पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़े। पूजा का कहना है कि कृत्रिम ऑक्सीजन के पीछे भागना पड़ रहा है क्योंकि हमने प्राकृतिक ऑक्सीजन को बहुत नुकसान पहुंचाया है। नगर निगम की ओर से शहर में स्वच्छता अभियान चलाया गया है। सूखे-गीले कचरे के निपटान के लिए लोगों को जागरूक करती हैं।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें