निगम का कारनामा: चुनाव के समय नेता को दी एनओसी, अब भेजा 70 हजार का प्रॉपर्टी टैक्स
मेयर चुनाव प्रत्याशी कांग्रेसी नेता हेमंत फौगाट ने कहा वो डिफेंस कॉलोनी निवासी है। स्वर्गीय पिता धर्म सिंह सेना में कर्नल थे,अधिकारियों और जवानों को प्रॉपर्टी टैक्स की छूट होती है
हिसार, जेएनएन। प्रॉपर्टी टैक्स बिलों को लेकर निगम कर्मचारियों की कारगुजारियां लगातार सामने आ रही है। मंदिर और निगम की प्रॉपर्टी को जहां बिल भेजने के मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं। जबकि इस बार कर्मचारियों ने हद ही कर दी। मेयर चुनावों में प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर एनओसी लेने वाले कांग्रेसी नेता हेमंत फौगाट को ही 70 हजार रुपये को बिल भेज दिया। बिल देखकर कांग्रेसी नेता हैरान रह गए। वह दौड़े दौड़ नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स शाखा पहुंचे। एनओसी देने वाले कर्मचारी को बिल दिखाकर कारण पूछा तो उसका जवाब सुनकर उनके होश उड़ गए। कर्मचारी बोला की भाई चारे में आपको एनओसी दे दी थी। अब प्रॉपर्टी टैक्स को तो भरना पड़ेगा। चौंकाने वाली बात यह है कि एनओसी से पूर्व नियमित रूप से सालाना शपथ पत्र जमा करवाने की रसीद से लेकर हर चीज जमा करवाई थी। इसके बावजूद 70 हजार रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स भेज दिया गया। ऐसे में जहां मेयर चुनाव के दौरान एनओसी जारी करने की प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े हो गए है। कहीं पुरानी जानपहचान और भाई चारे में गलत तरीके से एनओसी जारी तो नहीं की गई थी। वहीं दूसरी ओर सेना के जवानों और अधिकारियों को छूट के बावजूद गलत बिल भेजना सही है या गलत।
सेना के जवानों को प्रॉपर्टी टैक्स में होती है छूट
कांग्रेसी नेता हेमंत फौगाट ने बताया कि वह मकान नंबर 55 डिफेस कॉलोनी में रहता है। स्वर्गीय पिता धर्म सिंह सेना में कर्नल थे। मकान पिता की मौत के बाद मां कौशल्या के नाम करवा दिया था। मकान 800 गज का है। जिसका 70 हजार रुपये बिल नगर निगम ने भेजा है। जबकि सेना के अधिकारियों और जवानों को प्रॉपर्टी टैक्स की छूट होती है। कांग्रेसी नेता ने बताया कि वह मेयर चुनावों में मेयर पद के प्रत्याशी के तौर पर खड़ा हुआ था। इस दौरान कागजातों में चुनाव अधिकारी एएसमान ने निगम एनओसी नहीं लगी होने के कारण नोटिस दिया था। जिसके बाद नगर निगम में दस्तावेज जमा करवाकर एनओसी जमा करवाई गई। बाद में मेयर प्रत्याशी रेखा ऐरन को उन्होंने समर्थन दे दिया था। हेमंत फौगाट जब प्रॉपर्टी टैक्स लेकर निगम की 23 नंबर शाखा में मलिक नामक कर्मचारी से मिले और बिल के संबंध में बताया तो कर्मचारी ने कहा कि बिल आया है तो सही होगा भर दो। प्रत्याशी के तौर पर एनओसी देने की बात कहीं तब कर्मचारी बोला कि आपका बिल ठीक कर देंगे। ऐसे में जब फौगाट ने सभी फौजियों के साथ ऐसा ही करते हो। यह गलत है। इस पर कर्मचारी ने कहा कि आप अपना बिल ठीक करवाना है करवाओ, सभी फौजियों की क्यों टेंशन लेते हो।
प्रॉपर्टी टैक्स का लाभ लेने का यह है नियम
प्रॉपर्टी टैक्स का लाभ लेने लिए सेना के जवानों और अधिकारियों को हर साल शपथ पत्र देना होता है। यह शपथ पत्र जमा नहीं करवाया जाता है तो आम आदमी की तरह सेना के जवानों को प्रॉपर्टी टैक्स भरना पड़ेगा।
इनको नहीं मिलता लाभ
. सेना के जवान के पास एक ही प्रॉपर्टी होनी चाहिए।
. प्रॉपर्टी किराये पर नहीं दी जानी चाहिए।
. कामर्शियल एक्टिविटी नहीं होनी चाहिए।
सेना के जवानों को लेकर जारी नहीं की कोई गाइडलाइन
नगर निगम सेना के जवानों को लेकर कोई गाइड लाइन नोटिस बोर्ड पर जारी नहीं की गई है। सूचना के अधिकार के तहत अति आवश्यक सूचनाओं को सूचना पट्टा जारी किया जाना चाहिए। जिन लोगों को विशेष कैटेगिरी के तहत छूट दी गई और उन्हें क्या दस्तावेज जमा करवाने है। इस संबंध में पूरी जानकारी बोर्ड पर लगाई जानी चाहिए। मगर, सालों से कुछ ऐसा नहीं लगाया गया है। बिल भरने के लिए आने वाले सेना के जवान निगम के चक्कर काटकर अपने बिल भर रहे है।
...मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। ऐसा कोई बात है तो संबंधी व्यक्ति मुझ से आकर मिले। मामले की जांच करेंगे।
हरदीप सिंह, ईओ , नगर निगम