Hisar News: निजी स्कूल ‘नियम’ पर आज लेंगे बड़ा फैसला, स्कूल बस पॉलिसी पर प्रशासन-संचालकों के बीच तकरार
महेंद्रगढ़ जिले में हुए स्कूल बस हादसे के बाद इस मामले में स्कूल संचालक आज बड़ा फैसला लेंगे। सोमवार को कई निजी स्कूलों ने अपने संस्थान बंद रखने का संदेश बच्चों के माता-पिता तक पहुंचवाया। ऐसे में आज आधे निजी स्कूल ही खुलेंगे तो आधे बंद रहेंगे। आरटीए की टीम निजी स्कूलों में जाकर स्कूल बस के दस्तावेजों की जांच करेगी।
जागरण संवाददाता, हिसार। (Mahendragarh School Bus Accident Hindi News) महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसे के बाद स्कूल संचालक आज बड़ा फैसला लेंगे। निजी स्कूल संगठनों की सभी यूनियन ने आज अपनी-अपनी कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। अगर सोमवार को स्कूल वाहनों पर सख्ती दिखाई गई तो निजी स्कूल संचालक हड़ताल की घोषणा करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद कर सकते हैं।
RTA की टीम निजी स्कूलों में जाकर वैन के दस्तावेजों की करेगी जांच
वहीं सोमवार को ही कई निजी स्कूलों ने अपने संस्थान बंद रखने का मैसेज अभिभावकों को भेज दिया है। लेकिन अभी यूनियन ने इसे नहीं स्वीकारा है। ऐसे में जिले के कई खंडों में आधे निजी स्कूल खुलेंगे तो आधे बंद रहेंगे। दूसरी ओर आरटीए की टीम निजी स्कूलों में मौके पर जाकर स्कूल वैन के दस्तावेजों की जांच करने का अभियान शुरू करेगी।
स्कूल वैन और चालकों की ऑनलाइन भरवाई जाएगी डिटेल
अभी जितनी बसें पोर्टल पर पंजीकृत है। उनसे अधिक बसें मिली तो उनका डाटा लिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट बनाकर हेडक्वार्टर को भेजी जाएगी। दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने भी सभी निजी स्कूलों से डिटेल भरवाने के लिए लिंक जारी किया है। इस पर स्कूल वैन और चालकों की ऑनलाइन डिटेल भरवाई जाएगी किस स्कूल में कितनी वैन है और कितने चालक।
इसके बाद सभी बीईओ ब्लॉक वाइज निजी स्कूलों में जाकर जायजा लेंगे कि किसी स्कूल ने सही डिटेल भरी है या नहीं। शिक्षा निदेशालय ने एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। आने वाले दिनों में स्कूल संचालकों व प्रशासन में गतिरोध बढ़ने की आशंका है।
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विभाग ने 15 से ज्यादा निजी स्कूलों को दिया 'कारण बताओ नोटिस'
सरकारी अवकाश के दिन स्कूल खोलने व कक्षाएं लगाने के मामले में शिक्षा विभाग ने 15 से ज्यादा निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया हुआ है। इन स्कूलों को 48 घंटे का समय दिया था। सोमवार तक इन स्कूलों का जवाब आना है, उसी में पता चलेगा कि किस कारण खुले रखे हुए थे। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
कुछ स्कूलों ने नहीं दे रखा कोई ब्यौरा
शिक्षा विभाग से संबंधित लोगों की माने तो कुछ निजी स्कूलों ने आरटीए को कोई ब्यौरा नहीं दे रखा है कि किस स्कूल में कितनी बसें है और कितने चालक। कुछ स्कूल संचालकों के पास परोपर स्कूल वैन भी नहीं है। आटो या छोटा हाथी गाड़ी में ही बच्चों को स्कूल लाते हैं या छोड़ने जाते हैं। इन पर कोई भी मानक नहीं। चालकों का न लाइसेंस तो न अनुभव होता। फिर भी मासूम जिंदगियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
पहले हम सभी स्कूल संचालक सोमवार को मीटिंग बुलाएंगे। इसके बाद आगामी फैसला लेंगे। कुछ ब्लाक में स्कूल बंद का मैसेज वायरल है। सोमवार को विभाग की कार्रवाई देखेंगे। हम सभी स्कूल वैन चेक कराने को तैयार है। किसी को कोई आपत्ति नहीं है। विभाग स्कूलों में आकर बसें चेक करे या रोड पर चेक करें। अगर कोई कमी है तो हमें बताएं। उनको दूर करेंगे। मगर अपमानजनक तरीके से नहीं। ऐसा सहन नहीं करेंगे। सत्यवान कुंडू, प्रदेशाध्यक्ष, हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ एसोसिएशन।
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