फतेहाबाद में नरमा कपास का प्राइवेट एजेंसी का भाव पहुंचा 5700 के पार, बासमती धान में तेजी रुकी
मार्केट के जानकारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूई की कीमत बढ़ रही है। आने वाले समय में नरमे का भाव 6 हजार रुपये तक पहुंच गया है। नरमे के भाव के इंतजार में जिन किसानों ने अभी तक फसल नहीं बेची।
जेएनएन, फतेहाबाद। नरमे कपास का भाव धीमी गति से ही सही लेकिन अब 5710 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया, जो समर्थन के मूल्य से बिल्कुल पास है। वहीं सीसीआइ की सरकारी खरीद से 35 रुपये अधिक है। अब सीसीआइ उच्च गुणवत्ता वाले नरमे को 5665 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब खरीद कर रही है। इसके बाद नमी की मात्रा बढ़ने के हिसाब से रुपये कम कर दिए जाते है। हालांकि प्राइवेट खरीद पर अब नरमे का भाव 5700 रुपये प्रति क्विंटल पहुंचने से किसानों को राहत मिली है। खरीद एजेंसी के आउटसोर्सिंग कर्मचारी किसानों को बेहद परेशान करते है।
फैक्ट्री संचालकों की शह पर कर्मचारी नरमे में नमी अधिक दिखाते हुए भाव कम कर देते थे। लेकिन अब प्राइवेट बोली पर भाव बढ़ने के बाद किसानों को राहत मिल गई। वहीं मार्केट के जानकारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूई की कीमत बढ़ रही है। आने वाले समय में नरमे का भाव 6 हजार रुपये तक पहुंच गया है। नरमे के भाव के इंतजार में जिन किसानों ने अभी तक फसल नहीं बेची। वे फरवरी के शुरुआती सप्ताह तक इंतजार कर सकते है। हालांकि कपास का भाव काफी कम हो रहा है। जब नरमे का भाव 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल था तब कपास का भा 5500 रुपये से लेकर 5750 रुपये प्रति क्विंटल तक था। अब नरमे का भाव बढ़ गया है। लेकिन कपास का भाव बढ़ने की बजाए कम हुआ है। जिले में अब तक नरमा व कपास की 6 लाख 78 हजार क्विंटल सरकारी व प्राइवेट खरीद हुई है।
सीआईआइ की सरकारी खरीद जारी
मंडी में फिलहाल नरमे की सरकारी खरीद सीसीआइ यानी कपास निगम लिमिडेट द्वारा जारी है। पहली बार ये सरकारी खरीद एजेंसी गत तीन माह से लगातार खरीद कर रही है। केंद्रीय खरीद एजेंसी ने इस बार रिकार्ड नरमे की सरकारी खरीद की है। जो कुल खरीद हुई है। उसकी 75 फीसदी खरीद अकेली सीसीआइ ने की है। हालांकि प्रदेश सरकार की खरीद एजेंसियों ने भी बाजरा, मूंग व मूंगफली की सरकारी खरीद की थी। लेकिन वो कुछ समय बाद बंद हो गई। लेकिन सीसीआइ की सरकारी खरीद अब भी जारी है। यह एजेंसी सोमवार से लेकर शुक्रवार तक लगातार खरीद करती है।
बासमती किस्म के धान के भाव में बढ़ोतरी रुकी
बासमती धान की कई किस्मों के भाव में बढ़ोतरी रुक गई। बासमती 1121, मुच्छल व अन्य किस्मों के भाव की दिसंबर के शुरुआत में अच्छी बढ़ोतरी हुई थी। भाव 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। भाव में एक बार बढ़ोतरी हाेकर रुक गई। ऐसे में किसान व व्यापारी दोनों हताश है। किसान तो इस बार 4 हजार रुपये क्विंटल तक बासमती किस्मों के भावों की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन अब ऐसा नहीं हो हुआ। धान के खरीदार इसकी वजह यूरोपियन देशों में फिर से कोरोना महामारी आने की वजह मान रहे है।
किसानों को नहीं आने दी जा रही परेशानी : सचदेवा
अनाज मंडी में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जा रही। सभी फसलों की खरीद सुचारू रूप से जारी है। मंडी में मूलभूत सुविधाओं की नियमित रूप से समीक्षा होती है। कपास की सीसीआइ द्वारा सरकारी खरीद जारी है। एजेंसी के कर्मचारी सोमवार से शुक्रवार तक फसल की सरकारी खरीद करते है।
- संजीव सचदेवा, सचिव, मार्केट कमेटी।
जिले में मंडियों के अनुसार कॉटन की खरीद
ब्लाक खरीद क्विंटल में
फतेहाबाद 209667
भट्टू मंडी 164652
भूना 284991
रतिया 8266
टोहाना 10548
जाखल 217
जिले में विभिन्न फसलों की खरीद
फसल का नाम खरीद क्विंटल में
परमल धान 6212140
बासमती धान 3240323
कॉटन 678341
बाजरा 11432
मूंग 100
मूंगफली 6252
फसल का नाम प्राइवेट भाव समर्थन मूल्य
नरमा 5710 5725
बाजरा 1400 2150
मूंग 6700 7196
मूंगफली 4300 5275
बासमती 1121 3050
1401 3120
1509 2300