रियेलिटी चेक में फेल हो गई हिसार पुलिस, फोन करने के 40 मिनट बाद पहुंची दुर्गा शक्ति टीम
हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने दुर्गा शक्ति एप की सच्चाई जानने पर रियेलिटी चेक की तो हिसार पुलिस खरी नहीं उतरी। रिपोर्ट गृहमंत्री के अलावा डीजीपी को भेजी जाएगी।
हिसार, जेएनएन। प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर हरियाणा में दुर्गा शक्ति टीम का गठन किया गया है। किसी भी महिला के शिकायत करने पर पुलिस 15 मिनट में पहुंचने की बात भी करती है। मगर जब हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने दुर्गा शक्ति एप की सच्चाई जानने पर रियेलिटी चेक की तो हिसार पुलिस पैमाने पर खरी नहीं उतरी। दुर्गा शक्ति एप डाउनलोड कर प्रीति ने पुलिस के समक्ष मुश्किल परिस्थिति में होने की पीड़ा व्यक्त की तो 40 मिनट बाद दुर्गा शक्ति की टीम पहुंची। रेस्ट हाउस से हुए रियेलिटी चेक में करीब 20 मिनट बाद पीएलए से पुलिस कर्मचारी पहुंचे थे।
प्रीति भारद्वाज ने अपने इस प्रयोग के बाद पूरी रिपोर्ट गृहमंत्री के अलावा डीजीपी और एसपी हिसार को भेजने की बात कही है। साथ ही पुलिस के कम्युनिकेशन सिस्टम सहित उनकी प्रणाली पर सवाल उठाए। एप का सिस्टम को सुधारने के साथ पुलिस के कम्युनिकेशन तंत्र को भी सही करने की जरूरत है। रेस्ट हाउस के बाहर मटका चौक पर ट्रैफिक पुलिस थी। कुछ दूरी पर आइजी कार्यालय के साथ पीएलए चौकी थी। लेकिन दुर्गा शक्ति एप पर सूचना दिए जाने के 20 मिनट तक किसी ने सामान्य तरीके से अपने पुलिस साथियों को भी सूचना नहीं दी थी।
ऐसे की रियलिटी चेक
शाम के चार बजकर तीन मिनट हुए थे। प्रीति भारद्वाज ने मोबाइल में दुर्गा शक्ति एप डाउनलोड की। 30 सेकंड में एप डाउनलोड होने के बाद पूरा डाटा फीड कर नंबर मिलाया गया। नंबर सीधा पंचकूला में मिला। उनको प्रीति ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मुश्किल परिस्थिति होने की बात कहते हुए मदद मांगी। पंचकूला टीम ने उनकी सूचना को हिसार दुर्गा शक्ति टीम को पहुंचाने और जल्द से जल्द मदद करने का आश्वासन दिया। चार बजकर 11 मिनट पर पंचकूला से दोबारा फोन आया कि हिसार टीम ने बात की या नहीं। जब प्रीति ने उनको किसी प्रकार का फोन नहीं आने की बात कही तो पंचकूला टीम हिसार का नंबर देने लगी। प्रीति ने पैन नहीं होने और टीम को भेजने की बात कही। पंचकूला टीम ने फिर हिसार टीम को भेजने के लिए कहा। उसके चंद सेकंड बाद हिसार टीम का फोन आया और प्रीति ने मदद मांगी। हिसार महिला थाना पुलिस ने उनको पहले समस्या बताने की बात कही। पुलिस ने ऐसे पूरी बात नहीं बताने पर पुलिस भेजने से मना कर दिया। हिसार पुलिस ने फिर उनका नाम और पति का नाम पूछ कर लोकेशन पूछी। प्रीति ने पूरी जानकारी पुलिस को दी और उसके बाद इंतजार शुरू हुआ।
पंचकूला से कुछ देर बाद दोबारा से फोन आया लेकिन हिसार दुर्गा शक्ति की टीम नहीं पहुंची। इस दौरान पंचकूला टीम को प्रीति ने किसी अन्य पुलिस कर्मचारी को भेजने के लिए कहा। इस बात का अवश्य असर हुआ और दुर्गा शक्ति को फोन करने के 20 मिनट बाद पीएलए चौकी से अवश्य चंद मिनटों में दो पुलिस कर्मचारी पहुंच गए। आयोग उपाध्यक्ष ने उनको बैठाया और बातचीत की। पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि उनके पास कंट्रोल से झगड़े का मैसेज आया है, वह तुरंत यहां पहुंच गए। प्रीति ने दुर्गा शक्ति के बारे में पूछा तो उनके पास भी ठोस जवाब नहीं था। फोन के 30 मिनट बाद दुर्गा शक्ति टीम की एक गाड़ी रेस्ट हाउस प्रांगण में पहुंची। इस गाड़ी में महिला पुलिस नहीं थी। उस गाड़ी वाले से पूछा गया तो उसने बताया कि टीम आ रही है। मामले के 40 मिनट बाद महिला थाना इंचार्ज सरोज अपनी टीम के साथ पहुंची। सरोज ने उपाध्यक्ष को बताया कि उनको पूरा मैसेज नहीं मिला। वह बस स्टैंड की तरफ एप डाउनलोड करवा रही थीं। जब उन्होंने स्टाफ से फोन कर दोबारा मामले के बारे में जाना तो वह तुरंत यहां पहुंच गई। इस तरह महिला सुरक्षा का दावा करने वाली हिसार पुलिस की पोल खुल गई।
रेस्ट हाउस छोड़ कर गई थी महिला थाना प्रभारी
महिला थाना प्रभारी हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज को रेस्ट हाउस में छोड़ कर गई थीं। लेकिन फिर भी वह समझ नहीं पाई कि मामला क्या है। उसके बाद प्रीति ने दुर्गा शक्ति एप का रियेलिटी चेक किया। प्रीति ने सिस्टम पर सवाल खड़े कर उसको दूर करने के लिए अपनी रिपोर्ट बनाने की बात कही।
ये हैं दिक्कतें
- एप डाउनलोड के बाद पंचकूला जा रहा फोन, जबकि हिसार टीम के पास जाना चाहिए।
- सूचना के बाद नहीं मिली घटनास्थल के पास खड़े पुलिस कर्मचारियों को सूचना।
- पीड़ित से घटना के समय पूरी जानकारी लेकर लिखना गलत
----दुर्गा शक्ति एप पर फोन करने के बाद 40 मिनट तक महिला पुलिस का नहीं आना काफी ¨चतनीय है। इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर गृहमंत्री, डीजीपी हरियाणा और हिसार एसपी को भेजेंगी। सिस्टम में काफी कमी है, इसको भी दूर करवाया जाएगा। एप काफी प्रभावी है। महिला व लड़कियां को एप डाउनलोड कर इसका प्रयोग करना चाहिए। इस एप को बेहतर होना चाहिए।
- प्रीति भारद्वाज, उपाध्यक्ष, हरियाणा राज्य महिला आयोग।