प्रधानमंत्री आवास योजना की रफ्तार धीमी
उमरा गांव के लोगों को पिछले 6 साल से नहीं मिली एक भी किस्त
-उमरा गांव के लोगों को पिछले 6 साल से नहीं मिली एक भी किस्त
मकानों की हो चुकी है खस्ता हालत, प्रशासन नहीं कर रहा कोई सुनवाई
कैप्शन : 13:
संवाद सहयोगी, हांसी : केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना से कई लोगों को लाभ मिल रहा है परंतु कई गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की रफ्तार काफी धीमी है। यहां पर इस योजना के लाभार्थियों को समय पर पैसा नहीं मिल रहा है। पिछले 6 साल से लोग अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं लेकिन उन्हें मकान बनाने के लिए योजना के तहत पैसे नहीं मिल रहे हैं। एक तरफ तो लोगों को समय पर पैसे नहीं मिल रहे हैं,। आदर्श गांव उमरा में इस योजना के तहत कई बार सर्वे करवाया जा चुका है। इसके बावजूद लोगों को इस योजना के तहत लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं सरकार की ओर से इस योजना के तहत लाभार्थियों के खातों में पैसे डाले जाने की बात कही रही है। अभी तक ग्रामीणों के खातों में पैसे न आने से लोगों में रोष बना हुआ है। दरअसल, उमरा गांव में करीब 150 लोगों ने इस योजना के तहत आवेदन किया था। आवेदन के बाद गांव का सर्वे भी करवाया गया था। वर्ष 2014-15 में एक किस्त लोगों के खातों में आई थी। उसके बाद आज तक लाभार्थियों के खातों में पैसे नहीं आए हैं। पूर्व पंच छोटू राम ने बताया कि लोगों के मकान पूरी तरह से कंडम हो चुके हैं। इस योजना के तहत गांव में करीब 150 मकानों का सर्वे भी हो चुका है। इसके बावजूद आज तक लोगों के खाते में पैसे नहीं आए हैं। जब अधिकारियों से इस बारे बात की जाती है तो अधिकारियों का एक ही रटा-रटाया जवाब मिलता है कि पीछे से पैसे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मंत्री आवास योजना के तहत जो आर्थिक सहायता मिलती है वह पिछले 6 साल से नहीं मिल रही है। अधिकारियों को जब भी गुहार लगाई जाती है तो गांव का सर्वे तो हो जाता है, परंतु इससे आगे कोई कार्रवाई नहीं हो पाती।ग्रामीणों का कहना है कि कई बार उनके घरों की छतें भी गिर चुकी है और हादसे हो चुके हैं। लोगों ने मांग की है कि उनकी समस्या का समाधान करवाया जाए। बीडीपीओ धर्मपाल ने बताया कि इस बारे उच्च अधिकारियों के पास डॉक्यूमेंट भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि ऊपर से बजट रिलीज नहीं हो रहा है। जैसे ही बजट रिलीज होगा, खाते में पैसे डाल दिए जाएंगे।