किसान आंदोलन स्थल पर महिला दिवस मनाने की अभी से तैयारी शुरू, 111 महिलाएं होंगी सम्मानित
8 मार्च को महिला दिवस है। उस दिन टीकरी बॉर्डर पर 111 महिलाओं को सम्मानित करने की भी तैयारी है। इस दिन मंच भी महिलाओं को समर्पित होगा। इससे पहले जनवरी में आंदोलन स्थल पर महिला किसान दिवस भी मनाया गया था।
बहादुरगढ़, जेएनएन। आंदोलन स्थल पर अब एक दिन फिर से महिलाओं के नाम होगा। वैसे तो कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न गांवों से महिलाएं लगातार आंदोलन स्थल पर आ रही हैं, मगर 8 मार्च को महिला दिवस है। उस दिन टीकरी बॉर्डर पर 111 महिलाओं को सम्मानित करने की भी तैयारी है। इस दिन मंच भी महिलाओं को समर्पित होगा। इससे पहले जनवरी में आंदोलन स्थल पर महिला किसान दिवस भी मनाया गया था। टीकरी बॉर्डर के मंच से हरियाणा के किसान नेता जोगेंद्र नैन ने रविवार को कहा कि महिलाओं ने इस आंदोलन में सहयोग देकर मजबूती प्रदान की है।
जब तक कानून रद नहीं होते, तब तक यहीं डटे रहेंगे, चाहे कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़ी। 8 मार्च को महिला दिवस है। उस दिन आंदोलन की अगुवा महिलाओं को सम्मान प्रदान किया जाएगा। ऐसा ही ऐलान पंजाब के किसान नेता और सरकार के साथ वार्ता में शामिल होने वाली संयुक्त मोर्चा की कमेटी के सदस्य बूटा सिंह ने भी किया। उन्होंने बताया कि आंदोलन स्थल पर 27 फरवरी को रविदास जयंती भी मनाई जाएगी। इस बीच हर रविवार की तरह इस बार भी ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर गांवों से महिलाओं के पहुंचने का दौर चलता रहा।
कई जगह ट्रालियों से महिलाएं आंदोलन स्थल पर सब्जी भी वितरित करती नजर आई। महिलाओं की संख्या बढ़ने पर हर तीसरे वक्ता के बाद लोकगीत प्रस्तुत किए जाते रहे। इन गीतों पर ये महिलाएं सरकार पर निशाना साधती हैं और आंदोलन का गुणगान करती हैं। 23 फरवरी को आंदोलनकारियों द्वारा पगड़ी संभाल दिवस भी मनाया जाएगा। इसमें सभी आंदोलनकारी पगड़ी बांधेंगे। महिलाओं से भी शामिल होने का आह्वान किया गया है।