बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने फतेहाबाद के अधिकारी समेत तीन कर्मियों को किया सस्पेंड, सड़क निर्माण में मिली गड़बड़ी
फतेहाबाद में जन परिवाद समिति की बैठक में कुल 18 मामलों की सुनवाई की गई। बिजली मंत्री ने 9 मामलों का मौके पर निपटान किया और 6 परिवाद लंबित रख आगामी बैठक में रिपोर्ट सहित प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए 3 मामलों की जांच के आदेश जारी किए है।
फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद में इस साल 28 मार्च को ग्रिवेंस की बैठक आयोजित हुई। जिसमें एक रोड के नीचे से पुलिया लगाने को लेकर विधायक दुड़ाराम व तत्कालीन कार्यकारी अभियंता केके गोयत में विवाद हो गया था। विवाद का ही असर रहा कि कुछ समय बाद ही गोयत ने तबादला सिरसा करवा लिया था । लेकिन यह विवाद वही खत्म नहीं हुआ था बल्कि कार्यकारी अभियंता द्वारा करवाए गए काम पर नजर विधायक की टिक गई थी।
ग्रिवेंस कमेटी की बैठक में बिजली मंत्री ने दिए निलंबित करने के आदेश आदेश
शुक्रवार को आयोजित बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने जिला लोक संपर्क एवं जन परिवाद समिति की बैठक में फतेहाबाद के तत्कालीन व सिरसा के लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता केके गोयत को निलंबित करने के आदेश दे दिए। उन पर विधायक दुड़ाराम के गांव मोहम्मदपुर रोही में बन रही पीएचसी में निम्न स्तर की निर्माण सामग्री लगाने का आरोप है, वहीं तीन सड़क निर्माण में भी गड़बड़ी का आरोप है। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने सब्जी मंडी के पास स्थित जिला पंचायत संसाधन केंद्र में लोक संपर्क एवं जन परिवाद समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
18 मामलों की सुनवाई की गई
जन परिवाद समिति की बैठक में कुल 18 मामलों की सुनवाई की गई। सुनवाई के दौरान बिजली मंत्री ने 9 मामलों का मौके पर निपटान किया और 6 परिवाद लंबित रख आगामी बैठक में रिपोर्ट सहित प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए 3 मामलों की जांच के आदेश जारी किए है। इस मौके पर विधायक दुड़ाराम, डीसी प्रदीप कुमार व एसपी सुरेंद्र भोरियां सहित अनेक अधिकारी व नेता मौजूद रहे।
टोहाना में फर्जी सोसायटी बनाकर 3 करोड़ का गबन का आरोप, उच्चाधिकारी तलब
टोहाना के नरेश गुप्ता ने ग्रिवेंस कमेटी में शिकायत देकर बताया कि उन्होंने 1984 में टोहाना सहकारी हाउसिंग बिल्डिंग सोसायटी का गठन किया था। जिसके तहत 8 एकड़ में कालोनी विकसित की। इस सोसायटी का एक दुकान में कार्यालय बनाया हुआ था। जिसको विक्रम टोहाना व मनोज कन्हेडी ने फर्जी सोसायटी बनाते हुए महज 2 लाख रुपये में बेच दी। जबकि उस साेसायटी को कोई संबंध नहीं है। इसके बाद जांच में दोनों तो दोषी मिले ही है, वहीं सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति की अधिकारी मानता देवी ने बताया कि जांच कमेटी में दो अधिकारी दोषी मान लिए गए है। जिन पर उच्चाधिकारियों को कार्रवाई करनी है। इसके अलावा कोर्ट में भी मामला चल रहा है। अब मंत्री ने इस मामले में उच्चाधिकारियों बैठक में प्रस्तुत होने के निर्देश दिए है।
18 में से 6 शिकायतकर्ता भी नहीं पहुंचे
बैठक में मंत्री के सामने 18 शिकायत रखी। जिसमें से 6 शिकायतकर्ता भी नहीं आए। हालांकि इनमें भी मंत्री ने दो शिकायत को लंबित कर दी। हालांकि शिकायतकर्ता न आने से मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की आगे से इसी शिकायत न आए। वहीं 9 शिकायत भी बैठक में रखने के बाद अधिकारियों ने समाधान करवाया। गांव किरढ़ान में पेयजल संकट की शिकायत सुनते हुए कहा कि बेशक शिकायतकर्ता नहीं आया, लेकिन किसी भी गांव व शहर के वार्ड में पेयजल समस्या नहीं होनी चाहिए।
राशन मिल रहा है या नहीं, एडीसी करेंगे जांच
गांव भरपूर के राेहताश ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग के खिलाफ शिकायत दी थी आंगनबाड़ी राशन सही से वितरित नहीं करती। इसके बाद विभाग की सुपरवाइजर ने बताया कि उनके गांव में रोहताश नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं, न ही मोबाइल नंबर मिल रहे। इसके बाद मंत्री ने कहा कि पूरे मामले की एडीसी जांच करते हुए आगामी बैठक में रिपोर्ट देंगे।
सरपंच लेकर पहुंचा था शिकायत, ग्रामीण बोले सरपंच खुद कब्जाधारी
गांव खान मोहम्मद का निवर्तमान सरपंच अजय अपने गांव के डिपो होल्डर के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचा। वहीं उसके खिलाफ ग्रामीण आए। जिन्होंने आरोप लगाया कि सरपंच खुद कब्जाधारी है। जिसने सरकारी जगह पर मकान बनाया हुआ है। बिजली मंत्री ने सरपंच के आरोपों के साथ उस पर लगे आरोपों की भी जांच करने के आदेश दिए। वार्ड भूना के एमसी प्रवीण कुमार की शिकायत थी कि निर्माण कार्य में अनियमितता बरती गई है और धांधली बरती गई है। इस पर नपा भूना के सचिव ने बताया कि वार्ड के पार्षद को सभी प्रकार के बिलों और भौतिक सत्यापन करवाई गई है, इस पर कैबिनेट मंत्री ने शिकायत को लंबित रखते हुए अगली बैठक में शिकायतकर्ता के हाजिर होने के आदेश दिए है।