सिरसा में प्रदूषण का स्तर अभी भी खराब, जानें एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर
सिरसा में प्रदूषण के कारण लोगों का दम घुट रहा है। आसमान में धूल के कारण गुबार छाया हुआ है। इससे सूर्य भी देरी से दिखाई देता है। वायु की गुणवत्ता खराब होने से सांस लेने में परेशानी आ रही है। वहीं लोगों की आंखों में जलन हो रही है।
सिरसा, जागरण संवाददाता। मौसम में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से जैसे-जैसे ठंडक बढ़ने लगी है वैसे ही शहर की आबोहवा भी खराब होने लगी है। हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी है। कई महीनों के बाद अचानक सिरसा की हवा जहरीली हो गई। हवा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) बढ़कर 203 से पार हो गया। जो खराब श्रेणी में आता है। यानि प्रदूषण का स्तर अभी खराब हो गया है। शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 144 था। इसे 100 तक ही संतोषजनक माना जाता है। इससे ज्यादा का मतलब हवा में विभिन्न तरह की प्रदूषित गैस शामिल हो चुकी हैं। अगर यह ऐसे ही बढ़ता रहा तो खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो जाएगा।
अचानक बढ़ा प्रदूषण का स्तर
एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 203 तक पहुंचा हुआ है। वहीं पीएम 10 का स्तर 203 व पीएम 2.5 का स्तर 161 तक पहुंच गया। अभी धान की पराली का भी सीजन जा चुका है। किसानों ने धान की कटाई कढ़ाई का कार्य दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में पूरा लिया था। अब स्माग खतरनाक गैसों और कोहरे के मिलने से बन रहा है। वाहनों, पराली व कूड़े की आग से निकले धुएं, पटाखों के धुआं व फैक्ट्रियों से निकले धुआं में मौजूद राख, सल्फर, नाइट्रोजन, कार्बन डाईआक्साइड व अन्य खतरनाक गैस होती है। जब यह कोहरे के संपर्क में आती तो स्माग बनता है। यह बारिश के आने व तेज हवा से ही खत्म होता है।
लोगों का घुट रहा दम
प्रदूषण के कारण लोगों का दम घुट रहा है। आसमान में धूल के कारण गुबार छाया हुआ है। इससे सूर्य भी देरी से दिखाई देता है। वायु की गुणवत्ता खराब होने से सांस लेने में परेशानी आ रही है। वहीं लोगों की आंखों में जलन हो रही है। बुजुर्गों और बच्चों की हालत और भी खराब हो रही है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो स्मॉग की इस परत में अलग अलग प्रदूषक कण है। इनमें छोटे कण सांस से अंदर जाने से सबसे ज्यादा तकलीफ हो रही है।
किस स्तर तक एयर क्वालिटी इंडेक्स सही
- 0-50 अच्छा
- 51-100, संतोषजनक
- 101-200 माडरेट
- 201-300 खराब
- 301-400 बेहद खराब
- 401-500 बेहद ज्यादा खराब