धुंध के मौसम में पशु चोरी और अन्य वारदात रोकने के लिए हरियाणा पुलिस का प्लान तैयार
सिरसा पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर अपराध की समीक्षा की है। जिसमें सामने आया कि पशु चोरी की घटनाएं बढ़नी शुरू हो गई हैं। ट्रांसफार्मर चोरी होने की घटनाएं भी रात को होती है। सिरसा राजस्थान व पंजाब की सीमा पर स्थित है।
सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में धुंध के मौसम में पुलिस की ड्यूटी सामान्य की अपेक्षा बढ़ेगी। वजह है कि अपराध को रोकने के लिए अब अधिक नाकेबंदी होगी। हर वर्ष सर्दी के मौसम में पशु चोरी व दूसरी वारदात होने का डर अधिक रहता है। एटीएम तोड़कर नकदी निकालने की वारदात का भी अंदेशा रहता है क्योंकि दूर से दिखाई नहीं देता और चोर अपना काम आराम से कर जाते हैं। इसीलिए सिरसा पुलिस ने सर्दी के लिए अलग से प्लान तैयार किया है। जिसमें हररोज पुलिस के स्पेशल नाके लगेंगे।
पहले नहीं होगी जानकारी, एक रात में दो जगह होंगे स्पेशल नाके
पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर अपराध की समीक्षा की है। जिसमें सामने आया कि पशु चोरी की घटनाएं बढ़नी शुरू हो गई हैं। ट्रांसफार्मर चोरी होने की घटनाएं भी रात को होती है। सिरसा राजस्थान व पंजाब की सीमा पर स्थित है। ऐसे में बाहर से आकर भी अपराधी यहां वारदात को अंजाम देते हैं और भोर होने से पहले ही अपराधी जिला छोड़ जाते हैं। इसीलिए ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल नाके लगाकर जांच करने का फैसला किया है ताकि अपराधी को पकड़ा जा सके।
थानों की फोर्स के अलावा स्पेशल टीम रहेगी चैकिंग पर
पुलिस अधीक्षक का मानना है कि थानों में दिनभर कर्मचारी ड्यूटी पर रहते हैं इसलिए उन्हें रात की नियमित गश्त पर ही रखा जाएगा। स्पेशल नाकों पर विशेष टीम लगाई जाएगी जो उस रात रोड से गुजरने वाले हर वाहन की जांच करेगी। किस रोड पर कब नाका लगाया जाएगा इसकी जानकारी पहले किसी को नहीं होगी। इन स्पेशल नाकों की हररोज की रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाएगी।
आमजन के लिए भी पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
पुलिस प्रशासन ने पशु चोरी व वाहन चोरी को रोकने के लिए मंगलवार दिन में ही एडवाइजरी जारी की। जिसमें आमजन से कहा गया कि दुपहिया वाहन पर व्हीकल लाक लगाया जाए ताकि चोरी की संभावनाएं न रहे। देखने में आया है कि अकसर चालक वाहन को खड़ा करने को लेकर लापरवाही बरतते हैं जिसका फायदा चोर उठा जाता है। पशु चोरी रोकने के लिए सतर्कता बरतने को कहा है। जहां पशु रखे गए हैं वहां पशुपालक निगरानी करें।