lockdown 2.0 : क्रिकेट खेल रहे बच्चों पर चला पुलिस का डंडा, 11 साल के बच्चे की टांग टूटी
11 साल के बच्चे की टांग तोड़ने का पुलिस वालों पर लगा आरोप। वार्ड नंबर 28 के लोगों ने बच्चों को करवाया सामान्य अस्पताल में दाखिल। पुलिसकर्मी घटना के बाद वहां से चले गए
भिवानी/हिसार, जेएनएन। लॉकडाउन में कोई बाहर न निकले इसके लिए पुलिस पुरजोर प्रयास कर रही है। मगर भिवानी में पुलिस की सख्ती बच्चों पर भारी पड़ गई। क्रिकेट खेल रहे बच्चों पर पुलिस ने डंडा चला दिया। इसी बीच डंडा लगने से एक बच्चे की टांग टूट गई। परिजनों ने उपरोक्त आरोप लगाते हुए पुलिस पर कार्रवाई करने की मांग की है।
शहर थाना पुलिस पर वार्ड नंबर 28 के लोगों ने संगीन आरोप लगाए हैं। बृहस्पतिवार को खारी कुई मस्तों वाली गली में हवेली के अंदर क्रिकेट खेल रहे कुछ बच्चों पर लॉकडाउन के चलते शहर थाना पुलिस के तीन कर्मचारियों ने डंडे बरसाए। एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि पुलि वालों ने डंडा मारकर उसके 11 साल के बेटे की टांग तक तोड़ डाली। बच्चे को क्षेत्र के लोग सामान्य अस्पताल लेकर आए। घटना की सूचना मिलते ही बच्चे के परिजन व क्षेत्र के अनेक लोग वहां पहुंच गए।
खारी कुई मस्तों वाली गली गिरधारीलाल का दरवाजा में रहने वाले जयदेव शर्मा ने बताया कि उसका 11 साल का बेटा पवन उर्फ बंटी हवेली के अंदर दो-तीन बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। यह बच्चे गली की बजाए घर के अंदर ही क्रिकेट खेल रहे थे, लेकिन पुलिस वाले घर के अंदर ही घुस आए और बच्चों को डंडे मारे। जिससे पवन उर्फ बंटी की टांग पर गली चोट आई।
उसकी एक टांग की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया। शहर थाना पुलिस के तीन पुलिस वाले पैदल ही गश्त करते हुए वहां आए थे। बच्चे को घायल कर पुलिस वाले वहां से चलते बने और उसे अस्पताल तक नहीं पहुंचाया। वार्ड नंबर 28 के पार्षद आकाश मस्ता के पिता पवन उर्फ पन्नू मस्ता व कुछ अन्य लोग बच्चे को वहां से उठाकर सामान्य अस्पताल लेकर आए।
बच्चे के पिता व दादा ने कहा पुलिस वालों पर होनी चाहिए कार्रवाई
बच्चे के पिता जयदेव व दादा रमेश कुमार ने कहा कि जिस तरह से पुलिस वालों ने बच्चे पर डंडे बरसा कर घायल किया है वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आरोपित पुलिस वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा बच्चे को चोट लगने के बाद कम से कम अस्पताल तो ले ही जा सकते थे। अगर टांग नहीं तोड़ी तो वहां से भागने की जल्दी क्या थी।
--प्राथमिक जांच में सामने आया है कि गश्त करने गए पुलिस वालों को देखकर बच्चे भाग पड़े और बच्चे को गिरने के कारण चोट आई हैं। अभी इस मामले में शिकायत नहीं मिली हैं। रही बात अगर किसी पुलिस वाले ने बच्चे को डंडा वास्तव में मारा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-- रवींद्र कुमार, एसएचओ, शहर थाना भिवानी --