हिसार में कोरोना पॉजिटिव रहे बुजुर्ग की रस्म पगड़ी के लिए भी लेनी पड़ी अनुमति
कोरोना का आम-जनजीवन पर कितना बुरा असर पड़ा है यह इस बात से भी साबित होता है कि लोग अपने परिजनों की अंतिम क्रियाओं में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
हिसार, जेएनएन। कोरोना का आम-जनजीवन पर कितना बुरा असर पड़ा है, यह इस बात से भी साबित होता है कि लोग अपने परिजनों की अंतिम क्रियाओं में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। शहर के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोडऩे वाले कोरोना पॉजिटिव रहे डीसी कालोनी निवासी 63 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार को रस्म पगड़ी थी। जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन में रह रहे उनके दोनों बेटों को रस्म पगड़ी पर जाने के लिए कुछ समय की छूट दी।
लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें पीपीई किट पहना कर रस्म पगड़ी में शामिल होने के लिए बस में भेजा गया। रस्म क्रिया पूरी होने के बाद वापस कृषि विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन कर दिया गया। रस्म क्रिया के दौरान होम क्वारंटाइन में रह रहे सदस्यों को मिलाकर कुल 5 से 7 लोग ही उपस्थित रहे।
राजस्थान से आए व्यक्ति का लिया सैंपल
जिले में राजस्थान से आए एक व्यक्ति का सैंपल लिया गया। यह व्यक्ति ऋषि नगर में आया था। वहीं नवदीप कालोनी में दिल्ली से आए एक युवक का सैंपल करवाया गया। ऋषि नगर में राजस्थान से आया एक व्यक्ति टेस्ट नहीं करवा रहा था, पुलिस की मदद से डा. रमेश पूनिया ने इस युवक को आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कर कोरोना जांच के लिए इसका सैंपल करवाया।
लिफ्ट देने वाले युवक को अग्रोहा मेडिकल में भेजा गया
वहीं दड़ौली निवासी युवक को लिफ्ट देने वाले युवक को अग्रोहा धाम में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया है। इस युवक की रिपोर्ट नेगेटिव रही थी।
खारिया से दो लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए लाया गया
वहीं खारिया गांव में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चेकअप के लिए एंबुलेंस द्वारा शहर के सामान्य अस्पताल में लाया गया। बताया जा रहा है कि इनमें से एक युवक कुछ दिन पहले सूरत से लौटा था। जिसके बाद परिवार के एक अन्य सदस्य भी कोरोना संबंधित लक्षण मिले हंै। विभाग की ओर से इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।