हिसार में तीसरी लहर से बचाव के लिए ट्रेनिंग के लिए रोहतक भेजे जाएंगे बाल रोग विशेषज्ञ
सिविल अस्पताल में बच्चों के लिए जरुरी आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बच्चों के उपचार के लिए सिविल अस्पताल के चिकित्सकों को ट्रेनिंग के लिए रोहतक मेडिकल भेजा जाएगा। वहां इन चिकित्सकों को कोरोना ग्रसित बच्चों के उपचार के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
हिसार, जेएनएन। हिसार जिले में कोरोना से तीसरी लहर से बचाव के लिए तैयारियां की जा रही है। एक तरफ सिविल अस्पताल में बच्चों के लिए जरुरी आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बच्चों के उपचार के लिए सिविल अस्पताल के चिकित्सकों को ट्रेनिंग के लिए रोहतक मेडिकल भेजा जाएगा। वहां इन चिकित्सकों को कोरोना ग्रसित बच्चों के उपचार के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। सिविल अस्पताल से चार चिकित्सकों को रोहतक मेडिकल भेजकर ट्रेनिंग करवाई जाएगी। यह चारों बाल रोग विशेषज्ञ है जो कोरोना ग्रस्त बच्चों के उपचार की ट्रेनिंग रोहतक से लेंगे और ट्रेनिंग के बाद ही शहर के सिविल अस्पताल में बच्चों का उपचार करेंगे।
गौरतलब है कि जिले में कोरोना में दूसरी लहर में बहुत अधिक मामले सामने आए है। वहीं स्वास्थ्य अधिकारी मानते है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे अधिक संक्रमित हो सकते है। क्योंकि 18 साल से नीचे के बच्चो को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं लगाई गई है। जिसके चलते बच्चों को कोरोना से संक्रमित होने का अधिक खतरा होगा। इसलिए विभाग ने पहले ही तैयारियां शुरु कर दी है। तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने भी स्वास्थ्य विभाग को लगातार तैयारियां करने के लिए कहा है, साथ् ही निजी अस्पतालों को भी तैयारियों में साथ जोड़ने के लिए कहा है।
डाक्टरों की ट्रेनिंग के साथ अन्य स्टाफ की भी ट्रेनिंग करवाई जा रही है। जो बच्चों के उपचार में सहयोग देंगे। विभाग की ओर से बच्चों के लिए डाक्टर स्टाफ नर्स की स्पेशल टीमें गठित की जा रही है ताकि जरूरत पड़ने पर इन टीमों को उपयोग में लिया जा सके। साथ ही निजी अस्पतालों में भी बच्चों के लिए आइसोलेशन वार्ड करने के निर्देश दिए गए हैं।
--जिले में कोरोना से बचाव के लिए तैयारियां की जा रही है। कुछ बाल रोग विशेषज्ञों को ट्रेनिंग के लिए रोहतक भेजा जाएगा। जहां से वे ट्रेनिंग लेकर हिसार में कोरोना संक्रमित बच्चाें का उपचार करेंगे।
डा. रत्नाभारती, सीएमओ, हिसार।