Parali Problem: फतेहाबाद में किसानों को पराली नहीं जलाने की दिलवाई शपथ, किसान बोले करेंगे पराली का समुचित समाधान
पराली को जलाने से धरती के मित्र कीट नष्ट होते है। जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। इसलिए हम दैनिक जागरण के अभियान से जुड़कर इस बार पराली को मिट्टी में मिलाएंगे। जिससे खेत मे पोषक तत्व पूरे होगें। रविवार को डेमो भी आयोजित किया गया।
विजय सहारण, भिरडाना। धान की फसल निकलने के बाद से ही पराली में आग लगाने की घटनाओं में तेजी आ रही है। कुछ जगहों पर संबधित अधिकारियों की सही निगरानी नहीं होने के कारण किसान पराली जला रहे है। मगर भिरडाना के ग्राम सचिव जोगेन्द्र सिंह श्योकंद अवकाश दिवस पर भी गांव मे रहकर किसानों को पराली प्रबधन को लेकर किसानों को जागरूक कर रहे है। ग्राम सचिव लगभग 95 किलोमीटर का सफर तय करके सरकार व प्रशाशन की हिदायतों को किसानों तक जाकर बता रहे हैं।
जिसके कारण किसान पराली को जलाने की बजाय उनकी गांठें बनवाकर बेच रहे है। दैनिक जागरण के अभियान से भी प्रभावित हुए। दैनिक जागरण भी अपने अभियान से किसानों को जागरूक कर रहे है। ग्रामीणों ने दैनिक जागरण के अभियान पराली का समाधान है समझदारी के साथ जुड़कर किसानों के खेतों मे दौरा कर रहे है। सचिव ने कहा की दैनिक जागरण समाचार पत्र के इस अभियान के कारण पर्यावरण सरंक्षित रहेगा और जीव जंतु भी बच सकेंगे।
पराली को आग लगाने की बजाय उसकी गांठें बनवाएंगे
मैंने लगभग छह एकड़ में धान की फसल है। मैं दैनिक जागरण के अभियान से प्रभावित होकर पराली को आग लगाने की बजाय उसकी गांठें बनवाएंगे। जिससे हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा। जागरण का अभियान भी शानदार है। एक तो जमीन के अंदर जो तत्व है वो नष्ट नहीं होंगे वही हमारी सेहत भी ठीक रहेगी।
पलविंद्र सिंह, युवा किसान भिरडाना।
पराली को जलाने से धरती के मित्र कीट नष्ट होते
पराली को जलाने से धरती के मित्र कीट नष्ट होते है। जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। इसलिए हम दैनिक जागरण के अभियान से जुड़कर इस बार पराली को मिट्टी में मिलाएंगे। जिससे खेत मे पोषक तत्व पूरे होगें। रविवार को डेमो भी आयोजित किया गया। ग्राम सचिव भी अवकाश के दिन आए और हमें जागरूक किया।
राजेंद्र किसान, भिरडाना।
लोगों का स्वास्थ्य भी नहीं बिगडे़गा
सरकार और प्रशाशन की हिदायतों को किसान मान भी रहे है। उन्हें सही तरीके से समझाया जाए। मैं इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए किसानों को खेतों मे जाकर समझा रहा हूं कि सरकार ऐसे किसानों को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करेगी। जिन्होंने पराली नहीं जलाकर पर्यावरण सरंक्षण मे अपना अमूल्य योगदान दिया है। जिसके कारण किसान प्रशासन की बात मान भी रहे है। इसके अलावा दैनिक जागरण समाचार का यह अभियान जनहितैषी है। जिससे लोगों का स्वास्थ्य भी नहीं बिगडे़गा।
जोगेंद्र श्योकंद, ग्राम सचिव भिरडाना।
दैनिक जागरण के अभियान का बहुत बडा़ योगदान
पहले किसान पराली मे आग लगा देते थे। जिससे वातावरण प्रदूषित होता था। अब किसान जागरूक होने लगे है और पराली का समुचित प्रबधन करके ही गेहूं की बिजाई कर रहे है। इसमे दैनिक जागरण के अभियान का बहुत बडा़ योगदान है।
सुनील कुमार किसान, भिरडाना
ऐसे कर्मचारियों को प्रशासन द्वारा किया जाएगा सम्मानित
पराली का समूचित प्रबंधन करना जमीन की गुणवत्ता बढाने के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इस काम मे दैनिक जागरण अखबार का अभियान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ग्राम सचिव जोगेन्द्र सिंह छुट्टी के दिन आकर भी अपना काम कर रहे है यह बेहद सराहनीय है। ऐसे कर्त्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों को किसी मौके पर जिला प्रशासन द्वारा प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। मैं भी किसान भाईयों से पराली नहीं जलाने की अपील करता हूं।
महावीर कौशिक उपायुक्त फतेहाबाद।