Organic Farming: जैविक खेती करने वाले किसान ने पेश की मिसाल, कमा रहा है मुनाफा, इन फसलों की कर रहा खेती
सिरसा के बीए व जेबीटी कर चुके रोहताश ने आर्गेनिक खेती के लिए लाडवा गोशाला में प्रशिक्षण लिया। सामान्य खेती से मुंह मोड़कर आर्गेनिक खेती को अपनाया। जिसका परिणाम रहा कि लोग उसका उपज को लेने के लिए उससे खुद ही संपर्क करने लगे।
आनंद भार्गव, सिरसा। सिरसा के गांव केलनिया निवासी युवा किसान रोहताश पिछले पांच सालों से अपनी दस एकड़ भूमि में आर्गेनिक गेहूं व धान की खेती कर रहा है। आर्गेनिक उत्पाद के लिए लोग उनके पास एडवांस बुकिंग करवाते हैं। सामान्य फसलों के मुकाबले करीब डेढ़ गुणा दाम में फसल हाथों हाथ बिक जाती है। इसके साथ परिवार के सदस्य भी आर्गेनिक उत्पादों का प्रयोग कर रहे हैं। रोहताश अपने फार्म पर ही वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करता है और हर महीने करीब 40 क्विंटल खाद तैयार होती है जिसका प्रयोग वह अपने खेत में तो करता ही है साथ ही लोग भी आर्गेनिक खाद को लेने के लिए आते हैं। इस प्रकार आर्गेनिक कृषि को अपनाकर रोहताश खुशहाली की राह पर आगे बढ़ रहा है।
अच्छे दामों में हाथों हाथ बिक जाती है फसल
बीए व जेबीटी कर चुके रोहताश ने आर्गेनिक खेती के लिए लाडवा गोशाला में प्रशिक्षण लिया। सामान्य खेती से मुंह मोड़कर आर्गेनिक खेती को अपनाया। जिसका परिणाम रहा कि लोग उसका उपज को लेने के लिए उससे खुद ही संपर्क करने लगे। रोहताश का कहना है कि उसे प्रति एकड़ 45 से 50 मण यानि करीब 20 क्विंटल गेहूं हो जाती है जबकि करीब 50 मण धान होता है। गेहूं के दाम से 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल जाते हैं वहीं धान भी अच्छे दामों पर हाथों हाथ बिक जाती है।
आर्गेनिक खेती के बारे में जानने के लिए पहुंचे रहे हैं किसान
रोहताश अपने फार्म हाऊस पर केंचुआ खाद तैयार करता है। जोकि दूसरे किसान भी खरीद कर ले जाते हैं। इस तरह केंचुआ खाद से भी उसे आमदन होती है। उसने बताया कि केंचुआ खाद 600 से 700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक जाती है। फसलों में कीटनाशक के छिड़काव के लिए उसने खेत में ड्रम लगाए हुए हैं, जिनमें वह नीम, धतुरा, आक इत्यादि से कीटनाशक तैयार करता है और उनका छिड़काव करता है। रोहताश ने बताया कि उसकी खेती को देखकर आसपास के गांवों के किसान भी उसके पास आर्गेनिक खेती के बारे में जानने के लिए आते हैं।