हड़ताल पर रहीं 100 आशा वर्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश
संवाद सहयोगी, हिसार : चार माह से नोटिफिकेशन न जारी करने के विरोध में वीरवार को आश्
संवाद सहयोगी, हिसार :
चार माह से नोटिफिकेशन न जारी करने के विरोध में वीरवार को आशा वर्करों ने सीएमओ कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आशा वर्कर यूनियन की प्रधान सीमा ने चेतावनी दी कि अगर शुक्रवार तक सरकार ने मांगों को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेगी। तो वहीं दूसरी ओर, मुख्यालय ने भी हड़ताल पर जाने वाली आशा वर्करों के खिलाफ अधिकारियों को सख्त रवैया अपनाने के निर्देश दिए है, जिस पर कार्रवाई करते हुए डिप्टी सीएमओ डा. रतना भारती ने हड़ताल पर रही 100 आशा वर्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया है कि शुक्रवार को एक भी आशा वर्कर हड़ताल पर रहती है तो उनके खिलाफ भी सख्ती बरती जाएगी।
चिकित्सा सुविधा के अभाव में दर-दर भटकते दिखे मरीज
आशा वर्करों की हड़ताल पर जाने से टीकाकरण से लेकर डिलीवरी सुविधा बाधित हुई। हड़ताल पर जाने से सीधा असर ग्रामीण क्षेत्रों पर पड़ा। वहां पर डिलीवरी केस से लेकर टीकाकरण बाधित हुए, जिस कारण गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधा के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जाकर भारी राशि चुकानी पड़ी। तो कुछ मरीजों को मायूस होकर घर लौटना पड़ा। ये हैं मुख्य मांगें
- आशा वर्कर को चार हजार रुपये प्रतिमाह फिक्स मिलेंगे
- संस्थागत डिलीवरी डिलीवरी : 400 या 300 रुपये
- टीकाकरण : 250 रुपये
- एएनसी : 350 रुपये
- एचबीपीएनसी : 350 रुपये
- फेमिली प्ला¨नग/बच्चों में गेप : 550 रुपये
- इंसेटिवस में हुई कुल बढ़ोतरी का 50 फीसद दिया जाएं।
- फेसलिटेटर को कार्य पर रखा जाएगा।
- सभी आशा वर्कर्स को एंड्रॉयड फोन दिए जाएं।
- आशा वर्करों को अलमारी ओर रजिस्टर दिए जाएंगे।
- आशा वर्करों की दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद तीन लाख मुआवजा दिया जाएगा।
- एएनएम व स्टाफ नर्स की भर्ती में आशाओं के कार्य अनुभव को वेटेज दी जाएगी
वीरवार को हड़ताल पर रही 100 आशा वर्करों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर शुक्रवार को भी आशा वर्कर हड़ताल पर रहती है तो उनके खिलाफ भी सख्त रवैया अपनाया जाएगा।
- डा. रतना भारती, डिप्टी सीएमओ ।