फतेहाबाद जिले में 0.87 प्रतिशत ने ही लगवाई बूस्टर डोज, स्वास्थ्य विभाग परेशान, डीसी को लिखा पत्र
फतेहाबाद में हर दिन 100 से अधिक केस आ रहे है। ऐसे में कोरोना से अगर हमारी कोई रक्षा कर सकता है तो वो कोरोनारोधी वैक्सीन है। लेकिन अब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे भी नहीं आ रहे। 1 लाख से अधिक लोगाें की वैक्सीन की डोज ड्यू है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : कोरोना संक्रमण इस समय पीक पर है। जिले में हर दिन 100 से अधिक केस आ रहे है। ऐसे में कोरोना से अगर हमारी कोई रक्षा कर सकता है तो वो कोरोनारोधी वैक्सीन है। लेकिन अब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे भी नहीं आ रहे। जिले में 1 लाख से अधिक लोगाें की वैक्सीन की डोज ड्यू है। ऐसे में वैक्सीन लगाने का समय जा चुका है, लेकिन लोग है कि वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर फोन भी कर रहा है। वहीं हेल्थ वर्कर डोर-टू-डोर जाकर लोगों को समझा रही है कि वैक्सीन अवश्य लगवाये।
करीब 15 दिन पहले जिले में बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है, लेकिन इस डोज को लगवाने के लिए न तो हेल्थ वर्कर और न ही फ्रंट लाइन वर्कर दिलचस्पी दिखा रहे है। सबसे बड़ी बात ये है कि फ्रंट लाइन व हेल्थ वर्करों से आगे इस समय बुजुर्ग है जिन्होंने अधिक बूस्टर डोज लगवाई है। जिले में अब तक 4789 हेल्थ वर्करों में से केवल 367 ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। वहीं सबसे बुरा हाल तो फ्रंट लाइन वर्करों का है। 2411 में से केवल 21 ने ही बूस्टर डोज लगवाई है।
स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा नगरपरिषद व नगरपालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वर्कर माना है। लेकिन जब अधिकारी ही वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के लिए आगे नहीं आएंगे तो आमजन कैसे लगवाएंगे। जिले में अब तक 90889 फ्रंट लाइन, हेल्थ वर्कर व बुजुर्गों ने वैक्सीन की डोज लगवाई है। ऐसे में इन तीनों ने अभी तक 791 ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। ऐसे में ओवरल 0.87 प्रतिशत हुआ है। एक प्रतिशत का आंकड़ा भी अभी नहीं छूआ है।
स्वास्थ्य विभाग ने दूसरी बार लिखा पत्र
जिस तरह वैक्सीनेशन का डाटा गिर रहा है वैसे ही स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। सबसे बुरा हाल फ्रंट लाइन वर्करों का है। ऐसे में पत्र में कहा गया है कि जल्द से जल्छ बूस्टर डोज लगवाने का कष्ट करे ताकि वो कोरोना संक्रमण से बच सकते है। जिले में अब तक 89.98 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है। वही जिले में अब तक 59.47 प्रतिशत लाेगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है। ऐसे में 30 प्रतिशत लोग ऐसे है जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है। वहीं 11 प्रतिशत लोग ऐसे है जिन्होंने कोरोनारोधी वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है।
किशाेरों का भी वैक्सीनेशन डाटा गिरा
जिले में जब किशोरों को वैक्सीन लगनी शुरू हुई तो हर दिन सात से आठ हजार को वैक्सीन लग रही थी, लेकिन अब महज 300 से 400 किशोरों को वैक्सीन लगी है। स्कूलों में कैंप तो आयोजित हो रहा है, लेकिन वैक्सीन लगवाने के लिए कोई नहीं आ रहा है। ऐसे में अब जिला अस्पतालों में ही किशोरों को वैक्सीन लगाई जा रही है। जिले में 55 हजार किशोर है जिन्हें वैक्सीन लगनी है, लेकिन अभी तक 32224 को वैक्सीन लग चुकी है। ऐसे में 58.58 प्रतिशत किशोरों ने वैक्सीन की डोज ले ली है। ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जब स्कूल लगेंगे तभी यह टारगेट पूरा हो पाएगा।
अब जाने किसी कितनी लगी है वैक्सीन
पात्र प्रथम डोज दूसरी डोज बूस्टर डोज कुल
हेल्थ वर्कर 4789 4736 367 9892
फ्रंटलाइन वर्कर 2411 2014 21 4446
60 साल से अधिक 83689 62631 403 146723
45-59 साल तक 142950 115729 0 258679
18 साल से अधिक 397681 253624 0 651305
15-17 साल तक 32224 0 0 32224
कुल 663744 438734 791 1103269
--------फ्रंट लाइन वर्कर बूस्टर डोज लगवाने के लिए नहीं आ रहे है। ऐसे में जिला प्रशासन को पत्र भी भेजा गया है। अभी तक केवल 21 फ्रंट लाइन वर्कर है जिन्होंने बूस्टर डोज लगवाई है। वहीं किशोर भी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आ रहे। ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी को भी पत्र भेजा गया है।
डा. सुनीता सोखी, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।