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3200 अस्थायी स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन देने से बचा छह लाख बच्चों का भविष्य

हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने अस्थायी स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन दिए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर का आभार व्यक्त जताया। प्रांतीय उप प्रधान रामकुमार भाकर बलराज मुवाल व बलबीर बास प्रदेश प्रवक्ता राजबीर ढाका विनय वर्मा शैलेंद्र शास्त्री और महाबीर यादव ने भी सरकार व शिक्षा विभाग का आभार जताया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 09:17 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 09:17 PM (IST)
3200 अस्थायी स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन देने से बचा छह लाख बच्चों का भविष्य
3200 अस्थायी स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन देने से बचा छह लाख बच्चों का भविष्य

जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने अस्थायी स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन दिए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर का आभार व्यक्त जताया। प्रांतीय उप प्रधान रामकुमार भाकर, बलराज मुवाल व बलबीर बास, प्रदेश प्रवक्ता राजबीर ढाका, विनय वर्मा, शैलेंद्र शास्त्री और महाबीर यादव ने भी सरकार व शिक्षा विभाग का आभार जताया है।

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संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि प्रदेश में 3200 अस्थायी मान्यता प्राप्त स्कूल हैं, जिनकी मान्यता सरकार व विभाग की ओर से पिछले 15 से 20 वर्षों से बढ़ाई जा रही है। इन स्कूलों में अब 1338 स्कूल स्थायी मान्यता से बच गए हैं, जिनमें पहले से 12वीं तक छह लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दसवीं व 12वीं की बोर्ड कक्षाओं में 80 हजार बच्चे हैं, जो अभी तक स्कूलों को एक्सटेंशन न मिलने के कारण बोर्ड फार्म भरने से वंचित रह गए। अब सरकार ने इन स्कूलों को एक्सटेंशन देकर इन बच्चों का भविष्य खराब होने से बचा लिया है। यह एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि स्थायी मान्यता से वंचित स्कूल करीब 20 साल पहले बने थे। काफी दिन से सरकार व निजी स्कूलों के बीच वार्तालाप चल रही थी। अब कोविड काल में स्कूलों को एक साल की एक्सटेंशन बढ़ाने पर एसोसिएशन में खुशी है।

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नहीं कर पा रहे शर्त पूरी

अब स्कूलों के आसपास वाली खाली जगह पर लोगों ने मकान बना लिए हैं। ऐसे में यह स्कूल जमीन की शर्तें पूरी नहीं कर पा रहे। इसलिए मान्यता मिलना भी मुश्किल है। यह अस्थायी स्कूल गरीब बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं।


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