खाना देकर लौट रहे इकलौते बेटे को गाड़ी ने मारी टक्कर, पिता की बाहों में तोड़ दिया दम
कार चालक ने लापरवाही बरतते हुए पहले स्पीड ब्रेकर पर बाइक में टक्कर मारी। इससे बाइक सवार गिर गया। जबकि चंद कदम आगे दूसरे ब्रेकर के पास सड़क पार कर रहे अक्षय को अपनी चपेट में ले लिया
बहादुरगढ़, जेएनएन। पिता के लिए खाना लेकर गए 13 वर्षीय किशोर को वापसी के दौरान इको गाड़ी ने टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। उसके पिता की आंखों के सामने ही यह दर्दनाक घटना हुई। मामला रिवाड़ी खेड़ा गांव का है। पुलिस ने इको गाड़ी के चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार रिवाड़ी खेड़ा गांव का रहने वाला अनिल ड्राइवरी करता है। वह अपनी गाड़ी में दादरी से माल भरकर लाया था। उसे बड़ौत जाना था। उसने करीब 9 बजे गांव के मोड़ पर गाड़ी खड़ी कर रखी थी। इसी बीच उसका पुत्र अक्षय अपने पिता के लिए घर से खाना लेकर गाड़ी के पास आया था।
जैसे ही वह खाना देकर घर वापस जाने के लिए सड़क पार करने लगा तभी मातन गांव की तरफ से एक इको गाड़ी तेज गति में आ रही थी। आरोप है कि चालक ने लापरवाही बरतते हुए पहले स्पीड ब्रेकर पर तो एक बाइक में टक्कर मारी। इससे बाइक सवार गिर गया।
जबकि चंद कदम आगे दूसरे ब्रेकर के पास से सड़क पार कर रहे अक्षय को अपनी चपेट में ले लिया। इससे वह सड़क पर दूर जा गिरा। यह सब अनिल की आंखों के सामने हुआ। अनिल और वहां मौजूद लोग अक्षय को अचेत अवस्था में गिरावड़ के अस्पताल लेकर पहुंचे, मगर वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, घटना के बाद इको चालक मौके से फरार हो गया।
हालांकि गाड़ी को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। बाद में मृतक किशोर के पिता के ब्यान दर्ज किए गए और इको चालक पर लापरवाही के आरोप में आसौदा थाना में केस दर्ज कर लिया गया। वहीं इको की टक्कर से जख्मी हुए बाइक सवार को झज्जर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुझ गया घर का इकलौता चिराग
बताया गया है कि अनिल के दो बच्चे हैं। बड़ा 13 वर्षीय अक्षय था। छोटी बेटी तानिया 11 साल की है। अनिल की आंखों के सामने ही उसके इकलौते पुत्र की इस सड़क दुर्घटना में जान चली गई। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि आरोपित इको चालक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।