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संख्‍या होगी नियंत्रित, बहादुरगढ़ में आवारा कुत्तों की होगी नसबंदी, लगाई जाएगी एंटी रैबिज वैक्सीन

आवारा कुत्तों से छुटकारा दिलाने की दिशा में नगर परिषद ने काम करना शुरू कर दिया है। नप की ओर से शहर के आवारा कुत्तों की संख्या पर विराम लगाने के लिए उनकी नसबंदी की जाएगी। कुत्तों की नसबंदी के लिए नप ने टेंडर लगा दिया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 10:38 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 10:38 AM (IST)
संख्‍या होगी नियंत्रित, बहादुरगढ़ में आवारा कुत्तों की होगी नसबंदी, लगाई जाएगी एंटी रैबिज वैक्सीन
नगर परिषद ने लगाया टेंडर, छह माह में पूरे शहर के आवारा कुत्तों की नसबंदी का रखा लक्ष्य

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: बहादुरगढ़ में आवारा कुत्तों से छुटकारा दिलाने की दिशा में नगर परिषद ने काम करना शुरू कर दिया है। नप की ओर से शहर के आवारा कुत्तों की संख्या पर विराम लगाने के लिए उनकी नसबंदी की जाएगी। कुत्तों की नसबंदी के लिए नप ने टेंडर लगा दिया है। बहुत जल्द ही यह अभियान शुरू कर दिया जाएगा। छह माह में ही पूरे शहर की गलियों में घूम रहे आवारा कुत्तों की नसबंदी करने तथा उन्हें एंटी रैबिज वैक्सीन लगाने का लक्ष्य नप ने रखा है। स्ट्रे डाग (आवारा कुत्ता) के बर्थ कंट्रोल के लिए एनिमल वेलफेयर बोर्ड की शर्ताें के अनुसार यह अभियान चलाया जाएगा, ताकि शहरवासियों को आवारा कुत्तों से परेशानियों का सामना न करना पड़े। आवारा कुत्तों की संख्या कम करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में नियमानुसार यह अभियान चलेगा।

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कुत्तों को आपरेट करने के बाद उसे कुछ दिन तक शेल्टर होम में रखने, उसे खाना खिलाने व बाद में उसे टैग लगाकर वापस उसी स्थान पर छोड़ने की जिम्मेदारी टेंडर लेने वाली एजेंसी की होगी। यह पूरी प्रक्रिया हाइजीन तरीके से की जाएगी। टेंडर लेने वाली एजेंसी को स्ट्रे डाग को पकड़ने, एंबुलेंस व वाहन, स्टरलाइजेशन, एंटी रैबिज वैक्सीन का स्वयं इंतजाम करना होगा। कुत्ते के दाएं कान में वी नोच लगाना होगा और गले में लाल कालर डालना होगा। कुत्ते को आपरेट करने के बाद टैग लगाकर उसकी पूरी जानकारी टैग रजिस्टर में रखनी होगी।

अस्पताल में एंटी रैबिज इंजेक्शन लगवाने हर माह आ रहे करीब 50 केस:

शहरी क्षेत्र की अनेक कालोनियों में आवारा कुत्तों व उत्पाती बंदरों की भरमार है। आए दिन किसी न किसी क्षेत्र में कुत्तों व बंदरों के काटने की घटनाएं हो रही हैं। सिविल अस्पताल में आवारा कुत्तों, बंदरों व अन्य जानवरों द्वारा काटे जाने के बाद हर माह करीब 50 लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। यहां पर डाक्टर की परामर्श के बाद उन्हें एंटी रैबिज इंजेक्शन भी लगाया जा रहा है। सिविल अस्पताल में बीपीएल कार्ड धारकों के लिए फ्री इंजेक्शन उपलब्ध है जबकि अन्य वर्ग के लोगों के लिए 100 रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से लिए जाते हैं।

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शहर में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ गई है। कई जगह से कुत्तों के काटने की शिकायतें आ रही हैं। ऐसे में कुत्तों की नसबंदी करने व एंटी रैबिज वैक्सीन लगाने की मांग आई थी। हमनें टेंडर लगा दिया है। जल्द ही अभियान चलाकर गलियाें में घूमने वाले आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाएगी और उन्हें एंटी रैबिज वैक्सीन भी लगाई जाएगी।

----अमन राठी, एमई, नगर परिषद, बहादुरगढ़:


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