अब हिसार में बनेंगे राइफल और पिस्टल जैसे हथियार, जिंदल ग्रुप लगाएगा प्लांट
हरियाणा के हिसार में अब राइफल और पिस्टल जैसे छोटे हथियार बनेंगे। जिंदल ग्रुप हिसार में इन हथियारों के निर्माण के लिए प्लांट लगाएगा।
हिसार, जेएनएन। जिंदल ग्रुप हिसार में छोटे हथियार बनाने का प्लांट लगाएगा। इसके लिए ब्राजील की कंपनी टॉरस अरमास एसए के साथ नई दिल्ली में समझौता प्रपत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। मेक इन इंडिया के तहत इन हथियारों को बनाया जाएगा। ब्राजील हथियार बनाने के लिए तकनीक देगा और हथियार जिंदल ग्रुप की जिंदल डिफेंस कंपनी बनाएगी।
जिंदल डिफेंस कंपनी बनाएगी छोटे हथियार, ब्राजील की कंपनी के साथ हुआ एमओयू
हिसार में प्लांट के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। ब्राजील की कंपनी शुरुआत में पांच मिलियन डॉलर (50 लाख डॉलर) का निवेश करेगी। देश में विनिर्माण को मजबूत बनाने के लिए जिंदल डिफेंस ने विभिन्न किस्म के छोटे हथियारों के निर्माण के लिए यह समझौता किया है। यह समझौता भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित इंडिया-ब्राजील बिजनेस फोरम (आइबीबीएफ) की पहली ब्राजील-भारत रक्षा उद्योग वार्ता के दौरान हुआ।
50 लाख डॉलर का प्रारंभिक निवेश करेगी ब्राजील की कंपनी टॉरस अरमास एसए
इस वार्ता का आयोजन सीआइआइ, ऐसोचैम और फिक्की के सहयोग से किया गया। यह फोरम ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोल्सनारो की भारत यात्रा के दौरान उनके सम्मान में आयोजित व्यापार विनिमय कार्यक्रम का हिस्सा है। ङ्क्षजदल डिफेंस की यह पहल भारत-ब्राजील के बीच रणनीतिक क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने की ओर एक कदम है।
दोनों कंपनियों में 51:49 की होगी भागीदारी
इस समझौते के तहत दोनों कंपनियों जिंदल डिफेंस और टॉरस अरमास एसए की 51:49 की इक्विटी अनुपात की भागीदारी होगी। कंपनी टॉरस से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के आधार पर भारत में छोटे हथियारों का निर्माण करेगी ताकि रक्षा खरीद प्रक्रियाओं के मुताबिक उत्पादन के स्थानीकरण का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
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ब्राजील की कंपनी की खासियत
ब्राजील की कंपनी टॉरस अरमास एसए आग्नेय शस्त्र बनाने वाली विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और यह विभिन्न किस्म के लघु अस्त्रों का निर्माण करती है। कंपनी 100 से अधिक देशों में अस्त्रों का निर्यात करती है और सेना, कानून व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों और वाणिज्यिक बाजारों की विभिन्न किस्म की जरूरत पूरी करती है।
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'' टॉरस अरमास एसए के साथ हमारा गठजोड़ भारतीय रणनीतिक लघु अस्त्र निर्माण को आत्म-निर्भर बनाने में सहयोगी होगा और साथ ही प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के लक्ष्य को और सशक्त करेगा। इस ज्वाइंट वेंचर कंपनी का उद्देश्य सर्वश्रेष्ठ निर्माण व्यवहार का अनुपालन करते हुए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है जिससे डिजाइन एवं अभियांत्रिकी के साथ उच्चतम गुणवत्ता भी हासिल की जा सके। इसके अलावा इस उद्यम से उभरी प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता के साथ हमारा लक्ष्य है भारतीय सशस्त्र बल की उभरती मांग को पूरा करना।
- अभ्युदय जिंदल, प्रवर्तक, जिंदल डिफेंस।
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